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Faculty of Engineering, TMU: बीटेक- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के 42 छात्रों ने किया नरौरा ताप विद्युत संयंत्र का भ्रमण, समझी परमाणु ऊर्जा से विद्युत उत्पाद की प्रक्रिया

लखनऊ। तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी मुरादाबाद (Tirthankara Mahaveer University Moradabad) वैश्विक पटल (Global Platform) के मुताबिक अपने छात्रों को तैयार करने के लिए बेहद संजीदा है। फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग (Faculty of Engineering) के बीटेक- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों (Students of BTech-Electrical Engineering) ने नरौरा ताप विद्युत संयंत्र (Narora Thermal Power Plant) का शैक्षिक भ्रमण (Educational Tour) किया। इस दौरान छात्रों ने परमाणु ऊर्जा से विद्युत उत्पाद की प्रक्रिया समझी।

गौरतलब है कि टीएमयू अपने छात्रों को स्मार्ट क्लास स्टडी (smart class study) के साथ गेस्ट लेक्चर्स, सेमिनार्स, इंडस्ट्रियल और शैक्षिक भ्रमण भी कराती है। इसी क्रम में फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के बीटेक- इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के छात्रों ने नरौरा परमाणु ताप विद्युत संयंत्र का शैक्षिक भ्रमण किया। फैकल्टी ऑफ इंजीनियरिंग के डीन प्रो आरके द्विवेदी ने बताया कि नरौरा ताप विद्युत संयंत्र में टीएमयू के 42 स्टुडेंट्स करीब चार घंटे रहे। ताप विद्युत संयंत्र के सीनियर ट्रेनी ऑफिसर अनिल कुमार दुबे ने नाभिकीय ऊर्जा से विद्युत ऊर्जा उत्पादन की प्रक्रिया को विस्तार से समझाया।

शैक्षणिक भ्रमण के दौरान छात्रों ने परमाणु विखंडन प्रकिया से बिजली उत्पादन और रिएक्टर संचालन की प्रक्रिया को समझा। सीनियर ट्रेनी ऑफिसर से स्टुडेंट्स- प्रशांत कुमार, मुनाजिर हुसैन, राघवेन्द्र सिंह, मोहित कुमार आदि ने सवाल किए, जैसे- क्या पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य के लिए परमाणु ऊर्जा से बिजली उत्पादन सुरक्षित है? अधिकारियों ने छात्रों की जिज्ञाषा शांत की। टीएमयू इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग के इंडस्ट्रियल विजिट कोऑर्डिनेटर उमेश कुमार सिंह ने बताया कि यह भ्रमण हमारे छात्रों के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उमेश कुमार सिंह छात्रों के संग दो बार खुद भी नरौरा प्लांट का दौरा कर चुके हैं।

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उल्लेखनीय है, नरौरा ताप विद्युत संयंत्र में 220-220 मेगावाट की क्षमता के दो प्लांट हैं। इस भ्रमण में बीटेक- इलेक्ट्रिक इंजीनियरिंग फर्स्ट, सेकेंड, थर्ड और फोर्थ ईयर स्टुडेंट्स के संग-संग फैकल्टीज़ डॉ शुभेन्द्र प्रताप सिंह, शशांक मिश्रा शामिल रहे। इस भ्रमण में नरौरा प्लांट के एचआर प्रमुख आशुतोष तिवारी और रामदास की भी उल्लेखनीय भूमिका रही।

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