देश में डिजिटल क्रांति का दौर जारी है। यही वजह है कि अब लगभग हर हाथ में मोबाइल की पहुंच बन चुकी है। सरकार की पहल के बाद टेलीकॉम कंपनियों द्वारा मोबाइल धारकों को बेहतर नेटवर्क के साथ ही अच्छी Internet इंटरनेट स्पीड देने की कोशिशें की जा रही है। लेकिन हाल ही में इंटरनेट की स्पीड टेस्ट करने वाली कंपनी द्वारा जारी की गई रिपोर्ट निराशाजनक है। इसमें मोबाइल स्पीड उपलब्ध कराने के मामले में भारत की रैंकिंग में गिरावट आई है।
Internet टेस्ट स्पीड करने वाली
इंटरनेट Internet टेस्ट स्पीड करने वाली कंपनी ओकला द्वारा यह रैंकिंग जारी की गई है। कंपनी द्वारा अप्रैल 2019 के स्पीड टेस्ट का ग्लोबल इंडेक्स अपडेट किया है।
ओकला द्वारा जारी की गई रैंकिंग में भारत 12 स्थान फिसलकर विश्व में मोबाइल इंटर स्पीड के मामले में 121वें नंबर पर आ गया है। इसके पहले भारत 109 नंबर पर था। हालांकि फिक्स ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में देश की स्थिति फिर भी मोबाइल स्पीड के मुकाबले काफी बेहतर है,लेकिन 2018 के मुकाबले रैंकिंग में देश 67 वें स्थान से एक स्थान फिसलकर 68वें नंबर पर आ गया है। फिक्स ब्रॉडबैंड के मामले में देश में औसतन 29.25 Mbps की डाउनलोड स्पीड मिल रही है। वहीं मोबाइल इंटरनेट स्पीड में बड़ी कमी दर्ज की गई है। रिपोर्ट के मुताबिक देश में मोबाइल धारकों को औसतन 10.71 Mbps की स्पीड दी जा रही है।
अकोला कंपनी द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक साल 2018 की शुरुआत में फिक्स ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में भारत विश्व में 67वें नंबर पर और मोबाइल इंटरनेट स्पीड के मामले में 109वें नंबर पर था।