लखनऊ। आईएमएस, लखनऊ विश्वविद्यालय में “टेक्नोलॉजी इनेबल्ड लर्निंग एंड रिसर्च” पर शिक्षको के लिए एफडीपी का आयोजन किया गया।
लखनऊ विश्वविद्यालय: न्याय के सिद्धांत पर चर्चा
कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के नेतृत्व में प्रबंधन विज्ञान संस्थान में “प्रौद्योगिकी सक्षम शिक्षण और अनुसंधान” पर एक संकाय विकास कार्यक्रम आयोजित किया गया और सम्मानित ओएसडी, आईएमएस, प्रोफेसर विनीता काचर ने प्रोफेसर सुबोध केशरवानी का स्वागत किया।
प्रोफेसर सुबोध केशरवानी जो ईआरपी, सूचना प्रणाली और वेब सक्षम प्रणालियों में लिंकेज के विशेषज्ञ हैं साथ ही इग्नू के मुख्य सतर्कता अधिकारी हैं। प्रो केशरवानी ने 2002 में इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय से ईआरपी सिस्टम में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।
युवा स्वयं सेवक यूथ-20 सम्मेलन में करेंगे प्रतिभाग
वह उन शोधकर्ताओं में से एक हैं जिन्होंने अपने शोध को स्वामित्व की कुल लागत (टीसीओ) पर केंद्रित किया था और एसएपी-एजी, जर्मनी सहित ईआरपी विक्रेताओं का मूल्यांकन किया था।
वर्तमान में वो विभिन्न उभरते क्षेत्रों में विशेषज्ञ हैं और उन्होंने बड़े पैमाने पर ओपन ऑनलाइन पाठ्यक्रम (एमओओसी), टीम बिल्डिंग, ई-कॉमर्स, प्रौद्योगिकी सक्षम शिक्षा, ई-संसाधन, अनुसंधान में प्रौद्योगिकी के उपयोग, ब्लॉक श्रृंखला, इंटरनेट ऑफ थिंग, एंटरप्राइज इंफॉर्मेशन सिस्टम, फ्री एंड ओपन सोर्स सॉफ्टवेयर आदि पर एक प्रशिक्षक के रूप में व्याख्यान दिया। प्रोफेसर सुबोध केशरवानी द्वारा लिए गए सत्र के लिए डॉ अमिताभ राय ने धन्यवाद ज्ञापन किया।