झारखंड (Jharkhand) के जमशेदपुर में रविवार को जमकर बवाल (violence) हुआ। कदमा थाना क्षेत्र के शास्त्रीनगर में शनिवार की रात धार्मिक झंडे में मांस बांधे जाने के बाद बिगड़ा माहौल रविवार की शाम 6 बजे बेकाबू हो गया।
दोनों पक्षों में पथराव होने लगा, इसके बाद पांच दुकान व चार वाहन फूंक दिये गए। इनमें तीन बाइक और एक टेंपो शामिल हैं। दोनों तरफ से चार राउंड फायरिंग भी हुई, लेकिन किसी को गोली नहीं लगी। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने भी तीन राउंड फायरिंग की। स्थिति पर नियंत्रण के लिए प्रशासन ने धारा 144 लगा दी है।
माहौल को देखते हुए रात 8 बजे धारा 144 लगाने का ऐलान करते हुए पुलिस ने भीड़ को खदेड़ना शुरू कर दिया। फोर्स की कमी होने के कारण एसपी सिटी और एसडीओ ने खुद मोर्चा संभाला। दो लाइन का घेरा बनाकर शास्त्रीनगर ब्लॉक नम्बर चार वाले रोड में भीड़ को खदेड़ा। पुलिस ज्योंहि भीड़ की तरफ बढ़ी कि अचानक पुलिस पर ही पथराव शुरू कर दिया गया। लिहाजा पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े। पुलिस इस रोड में भीड़ को भाटिया पार्क तक खदेड़ते हुए ले गई।
प्रशासन की निषेधाज्ञा के बावजूद भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस को एक घंटे से अधिक का समय लग गया। दोनों तरफ से रह-रहकर पुलिस को निशाना साधते हुए कई बार पथराव किया गया। पथराव में एक मजिस्ट्रेट और पांच पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। घायल कार्यपालक दंडाधिकारी जयप्रकाश कर्माली को टीएमएच में इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। घटना की सूचना मिलते ही मौके पर पहले सिटी एसपी के विजय शंकर, उसके बाद एसडीओ पीयूष कुमार और फिर एसएसपी प्रभात कुमार और डीसी विजया जाधव पहुंचीं।