मुंबई। निजी क्षेत्र के Yes Bank यस बैंक पर जीएसटी अधिकारियों ने 38 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। घरेलू धन प्रेषण में नियम उल्लंघन के आरोपों के लिए लगाए गए जुर्माने का बैंक ने भुगतान कर दिया है। सूत्रों के अनुसार बैंक ने जुर्माने का भुगतान विरोध के साथ किया है। उसका मानना है कि उसने किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है। हालांकि बैंक ने पिछले सप्ताह जुर्माने का भुगतान कर दिया।
Yes Bank के लिए यह दूसरी बुरी खबर
यस बैंक Yes Bank के लिए यह दूसरी बुरी खबर है। इससे पहले खबर आई कि रिजर्व बैंक ने बैंक के सीईओ राणा कपूर को अगले साल जनवरी तक पद छोड़ने को कहा है। बोर्ड ने उन्हें तीन साल के लिए कार्यकाल विस्तार दिया था, लेकिन आरबीआई ने इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी। इन खबरों के चलते शुक्रवार को यस बैंक का शेयर इंट्रा डे में 35 फीसद तक गिर गया। बाद में यह 29 फीसद की गिरावट के साथ बंद हुआ।
अधिकारियों ने बताया कि दूसरे बैंकों पर भी इसी तरह जुर्माना लगाया गया है। यह मामला शहरों में रहने वाले लोगों द्वारा गांवों में पैसा भेजने से संबंधित है। जीएसटी विभाग का मानना है कि बैंक ने कम टैक्स का भुगतान करके नियमों का उल्लंघन किया है जबकि बैंक ऐसा नहीं मानता है।
बैंक ने 32 करोड़ रुपये जीएसटी विभाग को अदा किए, जबकि छह करोड़ रुपये पूर्ववर्ती सेवा कर विभाग को दिए गए।
सूत्रों ने यह भी दावा किया है कि विभाग ने बैंक ने न तो कोई औपचारिक डिमांड नोट दिया है और न ही कोई कारण बताओ नोटिस दिया है। बैंक ने कर अधिकारियों के साथ बैठक में मांग किए जाने पर जुर्माने का भुगतान किया है। बैंक के प्रवक्ता से इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं मिल पायी।