शरीर की बाकी चीजों की तरह दांतों का साफ होना भी बेहद जरूरी है। हमारी स्माइल पर्सनैलिटी का जरूरी हिस्सा है। हालांकि कुछ लोग दांतों के पीलेपन के कारण परेशान रहते हैं। कुछ लोग रोजाना अच्छी तरह से दांतों को साफ करते हैं, लेकिन इसके बाद भी के बाद भी दांतों में पीलापन आ जाता है तो कई बार साफ-सफाई और हाइजीन का पूरा ध्यान न रखना भी इसका एक कारण हो सकता है।
आयुर्वेद एक्सपर्ट डॉ. दीक्षा भावसार ने अपने लेटेस्ट इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए बताया है कि कैसे आप ओरल हाईजीन मेंटेन कर सकते हैं और कैसे दांतों का पीलापन दूर होगा।
टंग स्क्रेपिंग
ओरल कैविटी की सफाई और टॉक्सिन्स हटाने के लिए जीभ साफ करना सबसे अच्छा है। कॉपर या स्टेनलेस स्टील के टंग स्क्रेपर से अपनी जीभ को रोजाना साफ करें।
हर्बल माउथ रिंस
त्रिफला या यष्टिमधु का काढ़ा एक अच्छा माउथ रिंसर के रूप में काम करता है। ओरल हाईजीन बनाए रखने के लिए इससे माउथ रिंस करें। इस बनाने के लिए त्रिफला या यष्टिमधु को पानी में तब तक उबालें जब तक पानी आधा न रह जाए। इसे गुनगुना होने पर इस्तेमाल करें।
दिन में दो बार ब्रश करें
एक्सपर्टी की मानें तो आपको हर खाने के बाद ब्रश करना जरूरी है, खासतौर पर चॉकलेट जैसी चिपचिपी चीजें खाने के बाद। हालांकि, ऐसा करना संभव नहीं हो पाता है इसलिए दिन में दो बार ब्रश करें।
ऑयल पुल्लिंग
ओरल आईजीन मेंटेन करने का ये एक बेहतरीन प्रोसेस है। मुंह में तेल घुमाने को आयल पुल्लिंग कहते हैं। कई सितारे भी इस ट्रिक को फॉलो करते हैं। यह आपके मसूड़ों और दांतों से रोगाणुओं को हटाने में मदद करता है। यह मुंह के छालों को दूर करने में मदद करता है और मांसपेशियों का भी व्यायाम करता है,जिससे उन्हें मजबूती और टोनिंग मिलती है। इसे करने के लिए तिल/सरसों या नारियल के तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके लिए 15-20 मिनट तक तेल को मुंह में घुमाकर थूक दें।
नीम और बबूल की टहनियों का इस्तेमाल
ये जड़ी-बूटियां एंटी-माइक्रोबियल गुणों से पूण होती हैं। इन्हें चबाने से एंटी-बैक्टीरियल एजेंट रिलीज होते हैं जो मुंह के हेल्थ को बनाए रखने में मदद करते हैं। ऐसी टहनी चुनें जो आपकी छोटी उंगली जितनी मोटी हो। ब्रश की तरह बनाने के लिए एक कोने पर चबाएं और थोड़े-थोड़े अंतराल में बेसिन में थूकें। इसे पूरे मसूड़ों और दांतों पर ब्रश करें।