फ्रांस से 4 राफेल लड़ाकू विमानों की नई खेप भारत पहुंचे वाली है. ये लड़ाकू जेट्स 19-20 मई को फ्रांस के मेरिग्नैक-बोर्डो एयरबेस से अंबाला पहुंचेंगे. 4 और राफेल आने से पहले भारतीय वायुसेना ने 101 स्क्वाड्रन को फिर से बनाने का फैसला किया है. इसे पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस पर तैनात किया जाएगा. 101 स्क्वाड्रन को फाल्कन्स ऑफ छंब कहा जाता है. 2002 की शुरुआत में, स्क्वाड्रन 101 आदमपुर एयरबेस में भेज दिया गया था. आमतौर पर इसका काम तस्वीरों के जरिये दुश्मनों के ठिकानों का सर्वे करना है.
गौरतलब है कि भारत में राफेल की लैंडिंग की सही तारीख संयुक्त अरब अमीरात वायु सेना की तरफ से हवा में ईंधन भरने की उपलब्धता और मौसम के हिसाब से की जाएगी. इस बात की पूरी संभावना है कि फ्रांस अप्रैल 2022 से पहले ही सभी 36 राफेल लड़ाकू विमान भारत को दे देगा. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था कि मई के आखिर तक भारतीय वायु सेना के पास 24 राफेल लड़ाकू जेट होंगे. बाकी बचे सात विमानों को फ्रांस में ट्रेनिंग के लिए रखा जाएगा और दो स्क्वाड्रन के पूरा होने से पहले सिर्फ पांच और सौंपे जाएंगे.
दूसरे स्क्वाड्रन का होम बेस हाशिमारा होगा. उसके रनवे, गोला-बारूद डिपो, ब्लास्ट पेन और स्टाफ के आवास के अलावा रखरखाव के लिए तैयार किया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार एयर मार्शल ने कहा है कि हाशिमारा हवाई अड्डे को पूरी तरह से नया रूप दिया गया है. इस महीने के आखिर तक इसे शुरू कर दिया जाएगा. यहां राफेल पार्क किए जाएंगे. युद्ध के वक्त प्लानिंग के हिसाब से लड़ाकू विमानों का संचालन होगा.