मेष : राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर पहले भाव में हो रहा है. शुक्र की आपकी राशि में आने से आपके कार्य में वृद्धि होगी और प्रसन्नता भी मिलेगी. मानसिक तनाव भी बढ़ सकता है. आप ज्यादा खर्च भौतिक वस्तुओं को खरीदने में करेंगे. वहीं, इस समय में आपका खर्च जीवनसाथी पर भी अधिक हो सकता है. साथ ही आप अपने प्रेमी या जीवनसाथी को धोखा भी दे सकते हैं, तो शुक्र के बुरे प्रभावों से बचने के लिए शुक्र के इन शुभ फलों को और भी अधिक बढ़ाने के लिए आपको शुक्रवार के दिन चावल की खीर बनाकर माता को भोग लगाकर खुद भी खाना चाहिए.
वृषभ : राशि के लिए शुक्र का गोचर दूसरे भाव में हो रहा है. द्वादश शुक्र होने से आपके खर्च में बढ़ोतरी हो सकती है. अनावश्यक कार्य करने पड़ सकते हैं. धन की कमी हो सकती है. वहीं, परिवार में किसी का विवाह भी हो सकता है. इस समय में आपको अपने ससुराल वालों से कोई लाभ भी हो सकता है. शुक्र के इन शुभ फलों को और भी अधिक बढ़ाने के लिए आपको शुक्रवार से शुरू करके माता महालक्ष्मी के मंत्र ‘ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः’ का जाप करना चाहिए. देखा जाए, तो शुक्र का राशि परिवर्तन आपके लिए लाभदायक ही रहेगा.
मिथुन : मिथुन राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर तीसरे भाव में होने जा रहा है. इस राशि के लिए शुक्र एकादश रहेगा. आय में वृद्धि के योग हैं. सुख-सुविधाओं में बढ़ोतरी हो सकती है. नौकरी करनेवालों के समय पक्ष का रहेगा. शुक्र के इस गोचर के कारण आपके पराक्रम में वृद्धि होगी. वहीं, दूसरी और इस समय में आपके छोटे भाई बहनों को भी लाभ हो सकता है. यदि आपका कोई काम बार-बार आकर रुक रहा था, तो वह भी इस समय में पूरा हो जाएगा. आपको प्रतिदिन छोटी कन्याओं के चरण छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए और उन्हें सफेद मिठाई शुक्रवार को बांटना चाहिए. वैसे शुक्र का राशि परिवर्तन आपके लिए शुभ ही रहेगा.
कर्क : राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर चतुर्थ भाव में हो रहा है. इससे आपको कार्यों में सफलता मिलेगी. भाग्य का साथ मिल सकता है. मित्रों का सहयोग मिल सकता है. इस समय में किया गया निवेश इन्हें और भी अधिक लाभ दे सकता है. वहीं, यदि आप वाहन खरीदने के बारे में काफी समय से सोच रहे थे, तो आपका यह सपना इस समय काल में पूरा हो जाएगा. शुक्र के शुभफलों को और भी अधिक बढ़ाने के लिए आपको उपाय के तौर पर केले के पेड़ पर चने की दाल और गुड़ अर्पित करना चाहिए. आपके लिए शुक्र का राशि परिवर्तन शुभ है.
सिंह : राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर पांचवें भाव में होने जा रहा है. नए संपर्क बनेंगे. आय में वृद्धि में होगी. शुक्र के इस गोचर के कारण आपके प्रेम संबंधों में सुधार होगा. यदि आप सिंगल हैं, तो इस समय में आपको कोई साथी भी मिल सकता है. परिवार में इस समय छोटे बच्चों को मौसमी बीमारी भी हो सकती है. शुक्र के शुभफलों को प्राप्त करने के लिए उपाय के रूप में गाय की पूजा उसे हरा चारा खिलाएं.
कन्या : राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर छठे भाव में हो रहा है. इस वजह से नुकसान होने की संभावनाएं हैं. सावधान रहने का समय है. किसी से उधार लिया है, तो परेशानियां बढ़ सकती हैं. वहीं, इस समय में इन्हें अपने शत्रुओं से भी परेशानी रह सकती है. वहीं, इसी कारण से इन्हें कोर्ट कचहरी का सामना भी करना पड़ सकता है. आपको शुक्र के बुरे फलों को कम करने के लिए आपको छोटी कन्याओं के चरण छूकर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए.
तुला : राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर सातवें भाव में होने जा रहा है. अविवाहित लोगों को विवाह प्रस्ताव मिल सकते हैं. प्रेम प्रसंग में सफलता मिल सकती है. नए मित्र बनेंगे. शुक्र के इस गोचर के कारण आपके वैवाहिक सुख में वृद्धि होगी. जीवनसाथी के साथ प्रेम भी बढ़ेगा. यदि आप बिजनेस करते हैं, तो आपको उसमें भी तरक्की मिलेगी, लेकिन इस समय में आपका जीवनसाथी विपरित लिंगी की और आकर्षित हो सकता है. इसलिए आपको उपाय के रूप में शुक्र के यंत्र अथवा रत्न को धारण करना चाहिए. शुक्र का राशि परिवर्तन व्यापारियों के लिए भी काफी शुभ है.
वृश्चिक : शुक्र का गोचर वृश्चिक राशि वालों के लिए आठवें भाव में हो रहा है, जिसकी वजह से इस राशि के लोग किसी बुरी आदत में फंस सकते हैं. शत्रु प्रहार कर सकते हैं. भय बना रहेगा. व्यय की अधिकता हो सकती है. सतर्क रहने का समय है. वहीं, इस समय में इन पर किसी के द्वारा कोई आरोप भी लग सकता है. इसकी वजह से इस राशि के जातकों के मान-सम्मान में भी कमी आएगी. शुक्र के और भी अधिक शुभ फल प्राप्त करने के लिए प्रत्येक शुक्रवार को मां लक्ष्मी की पूजा अर्चना करें.
धनु : राशि के लिए शुक्र का गोचर नवम भाव में हो रहा है, जिसकी वजह से आपके भाग्य में वृद्धि होगी. शुक्र पंचम होने से नौकरी करनेवाले लोगों के लिए समय लाभदायक रहेगा. संतान से सुख प्राप्त होगा. आय में बढ़ोतरी हो सकती है. आपके रूके हुए सभी कार्य इस समय में पूर्ण हो जाएंगे. वहीं, शुक्र के इस गोचर काल में आपके किसी छोटे भाई बहन का विवाह भी हो सकता है. आपके लिए शुक्र का यह गोचर काफी शुभ कहा जा सकता है. लेकिन, इस गोचर का पूर्ण लाभ प्राप्त करने के लिए आपको उपाय के रूप में शुक्रवार के दिन शिवलिंग पर अक्षत अर्पित करने चाहिए.
मकर : शुक्र का गोचर आपकी राशि के दशम भाव में हो रहा है. इसकी वजह से नौकरी करनेवाले जातकों को इस समय में अधिक लाभ मिलेगा. वहीं, दूसरी और इनके मान-सम्मान में वृद्धि होगी. कार्य में बढ़ोतरी हो सकती है. चतुर्थ शुक्र की वजह से अनावश्यक व्यय हो सकते हैं. तनाव बढ़ सकता है. जरूरी कामों में मेहनत के बाद सफलता प्राप्त होगी. मकर राशि के जातकों के अपनी माता से संबंध भी इस गोचर काल में सुधरेंगे. शुक्र के और अधिक शुभफल प्राप्त करने के लिए आपको भगवान गणेश जी की प्रतिदिन उपासना करनी चाहिए और उन्हें दुर्वांकुर अर्पित करने चाहिए.
कुंभ : राशि के जातकों के लिए शुक्र का गोचर ग्यारहवें भाव में हो रहा है. शुक्र का यह गोचर आपके लिए काफी शुभ है. शुक्र के इस गोचर के कारण आपकी आय में वृद्धि तो होगी ही साथ ही यदि आप किसी से प्रेम करते हैं, तो आपके साथ उनके रिश्तों में सुधार होगा. नौकरी में पराक्रम श्रेष्ठ रहेगा. धन की प्राप्ति हो सकती है. धैर्य से काम करें. शुक्र के इस गोचर के बुरे फलों से बचाव के लिए आपको उपाय के तौर पर शुक्रवार के दिन चीनी का दान करना चाहिए.
मीन : शुक्र का गोचर मीन राशि के 12वें भाग में हो रहा है. आपके लिए द्वितीय शुक्र धन लाभ देनेवाला रहेगा. कार्य बढ़ेगा और आय बेहतर रहेगी. मित्रों से सहयोग मिलेगा. लाभ का समय है. शुक्र का राशि परिवर्तन होने के कारण आपका खर्च अत्यधिक बढ़ सकता है. आपको अपने ससुराल पक्ष पर भी खर्चा करना पड़ सकता है. इस समय में आपके भाई-बहन आपसे कुछ धन मांग सकते हैं.