दो माह से ज्यादा से इजरायली अटैक झेल रही गाजा पट्टी के अधिकतर स्थानों पर राहत सामग्री नहीं पहुंच पा रही है, जिसकी वजह से वहां पर भुखमरी के हालात पैदा हो रहे हैं। भूखी-प्यासी जनता राहत सामग्री के ट्रकों को लूटने में लगी हुई है। लोग पालतू गधों और अन्य जानवरों को काट रहे हैं और उनके मांस से भूख शांत करने करने का प्रयास कर रही है । यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरस के द्वारा दी गई है।
जीवन के लिए खतरा बन रही ठंड: बता दें कि इजरायली सेना से घिरे गाजा के लोगों की जिंदगी के खतरे दिनों-दिन बढ़ते जा रहे हैं। इजरायली सेना की बमबारी और गोलाबारी से बचने के लिए वे दर-दर भटकते हुए दिखाई दे रहे है। हफ्तों से उन्हें भर पेट खाना-पानी भी नसीब नहीं हो रहा है। अब बढ़ती ठंड जीवन के लिए नया खतरा बन रही है। गाजा में इस स्थिति से लगभग 20 लाख लोग जूझ रहे हैं। वहां पर युद्ध यदि कुछ हफ्ते और चल गया तो भूख और ठंड से मरने वालों की संख्या हजारों में देखने के लिए मिल सकती है।
गाजा में कार्य कर रहे मानवाधिकार संगठन और विश्व स्वास्थ्य संगठन इन खतरों के बारे में रोज बोल रहे है, लेकिन आमजनों को ढाल बनाकर लड़ रहे हमास और उसके खात्मे पर आमादा इजरायली सेना किसी की नहीं सुन रहे हैं।