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औरैया के एनटीपीसी में बालिका सशक्तिकरण अभियान का हुआ शुभारंभ

इस पूरे प्रशिक्षण के दौरान, बालिकाओं के आवास, भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें बेसिक शिक्षा के अतिरिक्त योग, क्राफ्ट एवं अन्य गतिविधियों, जैसे नृत्य, संगीत व्यक्तित्व विकास, कौशल विकास से संबन्धित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

औरैया। जिले के औद्योगिक नगर दिबियापुर में स्थापित भारत की नवरत्न कंपनी नेशनल थर्मल पावर कारपोरेशन (एनटीपीसी) में शुक्रवार को बालिका सशक्तिकरण अभियान का शुभारंभ हुआ। अभियान के तहत, परियोजना द्वारा समीपवर्ती ग्रामों के विद्यालयों की 40 बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए अपने यहां एक माह तक प्रशिक्षण हेतु रखा जाएगा।

बालिका सशक्तिकरण अभियान के शुभारंभ अवसर पर देश की विशालतम विद्युत उत्पादक कम्पनी एनटीपीसी, औरया, के प्रेक्षागृह में परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने कहा कि बालिका सशक्तिकरण अभियान एक अवसर है ग्रामीण परिवेश में आने वाली बालिकाओं के लिए, ताकि वो भी यह साबित कर सकें कि उनमें भी योग्यता अथवा कौशल की कोई कमी नहीं है।

उन्होंने कहा कि बस जरूरत है उन्हें आवश्यक संसाधन एवं एक अवसर प्रदान करने की। बताया कि यह कार्यक्रम इन बालिकाओं के व्यक्तित्व विकास की दिशा में अहम पड़ाव साबित होगा।

परियोजना के मुख्य महाप्रबंधक अनिल कुमार सिंह ने बालिका सशक्तीकरण मिशन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह हमारे अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह का एक स्वप्न था कि हम ‘बालिका सशक्तिकरण मिशन’ की दिशा में ग्रामीण बालिकाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने, उनके सपनों को एक नया आयाम देने, उनके अंतर्मन में आशा और आत्मविश्वास कुछ कर गुजरने की ललक जगाने हेतु अहम् भूमिका निभाते हुए, भारत सरकार के ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान में यथोचित योगदान दे सकें।

अपर महाप्रबंधक रॉय थॉमस ने बताया कि यह अभियान 20 मई से प्रारम्भ होकर 16 जून तक चलेगा। उन्होंने कहा कि हमारी परियोजना इस प्रशिक्षण हेतु पूर्ण रूप से तत्पर है।

महाप्रबंधक तकनीकि सेवाएं जसवीर सिंह अहलावत ने जानकारी देते हुए बताया कि बालिका सशक्तीकरण मिशन के अंतर्गत, औरया परियोजना द्वारा समीपवर्ती ग्रामों के विद्यालयों की 40 बालिकाओं को अपने यहां एक माह तक प्रशिक्षण हेतु रखा जाएगा।

उनके अनुसार, इस पूरे प्रशिक्षण के दौरान, बालिकाओं के आवास, भोजन की व्यवस्था के साथ-साथ उन्हें बेसिक शिक्षा के अतिरिक्त योग, क्राफ्ट एवं अन्य गतिविधियों, जैसे नृत्य, संगीत व्यक्तित्व विकास, कौशल विकास से संबन्धित प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

इसके अलावा, उन्होंने ये भी बताया कि हमारा प्रयास है कि हम बालिका सशक्तीकरण मिशन के माध्यम से ग्रामीण परिवेश की बालिकाओं के सशक्तीकरण की दिशा में एक छोटा-सा योगदान दे सके।

साथ ही उन्होंने बालिका मशीनीकरण मिशन के आयोजन के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए जानकारी दी कि इसका उद्देश्य बालिकाओं के बाल-मन मस्तिष्क को सशक्त बनाकर उन्हें परिश्रम कर सफलता प्राप्त करने की प्रेरणा देता है।

इस अवसर पर जागृति महिला मंडल की 08 सदस्याओं द्वारा कृष्ण वंदना  प्रस्तुत किया गया। इस दौरान मुख्य महाप्रबंधक एवं महिला जागृति मंडल की अध्यक्ष मोनाली दत्ता द्वारा प्रशिक्षण में भाग ले रहीं 40 बालिकाओं को अध्ययन किट वितरित किये गये। जीईएम प्रशिक्षण हेतु हीरो माइंड माइन से पधारी जीईएम फैकल्टी चंचल ने माह भर बच्चों को पढ़ाए जाने वाले पाठ्यक्रमों से सभी को अवगत कराया।

इस मौके पर सभी विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारीगण, कर्मचारीगण, जागृति महिला मण्डल की सदस्याएं, केंद्रीय तथा सेंट जोसेफ विद्यालयों के प्रबंधक तथा अध्यापक, डिप्टि कमांडेंट सी.आई.एस.एफ. जीईएम फैकल्टीस, बालिकाओं के अभिभावक एवं बालिकाएं उपस्थित रहीं।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर

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