नई सरकार के शपथ ग्रहण बाद मंत्रियों ने अपने-अपने विभागों की कमान थाम ली है। सरकार के मंत्रियों ने अपने-अपने विभागों में काम करना भी शुरू कर दिया है। इस बीच नए नागरिक उड्डयन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि देश में वर्तमान हवाई किराये की समीक्षा की जाएगी। कहा कि वे बढ़ते किराए के मुद्दे से निपटकर हवाई यात्रा को आम आदमी के लिए और अधिक सुलभ बनाना चाहते हैं।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री किंजरापु राम मोहन नायडू ने हवाई किराए में उतार-चढ़ाव के बारे में बात करते हुए कहा कि वे हवाई मार्ग को नया रेलवे बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि हवाई किराए को नियंत्रण में रखने के लिए उठाए जाने वाले कदमों पर अभी फैसला नहीं किया गया है, लेकिन उनका इरादा आम आदमी के लिए हवाई यात्रा को सस्ता बनाना है। हम आवश्यक कदम उठाने के लिए एक नीतिगत बैठक करने जा रहे हैं। नायडू ने कहा पिछले दस वर्षों में बहुत कुछ हुआ है, सरकार ने उड़ान योजना शुरू की है। लेकिन कोविड जैसे कई बाहरी कारकों से यह प्रभावित हुआ है।
देश के विमानन क्षेत्र में देश में तेजी से विकास हो रहा है और देश के एयरलाइन रिकॉर्ड नए विमान ऑर्डर दे रहे हैं। भारत दुनिया का सबसे तेजी से बढ़ता विमानन बाजार है, लेकिन घरेलू वाहकों को वैश्विक आपूर्ति शृंखला से जुड़े व्यवधानों से जूझना पड़ता है, जिससे विमान डिलीवरी में देरी होती है, जिससे हवाई किराए में वृद्धि होती है।,
एक भारतीय संसदीय पैनल ने फरवरी में प्रस्ताव दिया था कि सरकार को हवाई किराए में अचानक उछाल को नियंत्रित करने के लिए दिशानिर्देश तैयार करने चाहिए। दूसरी ओर एयलाइन्स का तर्क है कि किराए आपूर्ति और मांग से संचालित होते हैं।नई सरकार में विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा, “टिकटों की कीमतें किसी भी कारण से बढ़ी हों… मैं वास्तव में इस मुद्दे पर गहराई से विचार करना चाहता हूं (और) उन्हें इस देश के लोगों के लिए थोड़ा और अधिक सुलभ कैसे बनाया जाए इस पर कार्य कर रहा हूं।”