रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति रिपोर्ट- अप्रैल 2024 के अनुसार बुनियादी ढांचा क्षेत्र के विकास पर सरकार के ध्यान और कारोबार में उत्साह के कारण देश में होने वाले निवेश में सतत सुधार जारी रह सकता है। रिपोर्ट के अनुसार घरेलू आर्थिक गतिविधि, मजबूत बुनियादी बातों के समर्थन से 2023-24 की पहली छमाही में मजबूत रही, हालांकि इस दौरान इसे मौन वैश्विक मांग से जुड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
रिपोर्ट में आगे कहा गया कि जहां स्थिर निवेश और शुद्ध बाह्य मांग में कमी से वास्तविक जीडीपी वृद्धि को बढ़ावा मिला, वहीं निजी खपत को स्थिर शहरी मांग से समर्थन मिला। आपूर्ति पक्ष पर रिपोर्ट में कहा गया कि विनिर्माण गतिविधि मजबूत हुआ इसे इनपुट लागत और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में सुधार से लाभ मिला।
आवास की मांग में तेजी और बुनियादी ढांचे पर सरकार के जोर के कारण निर्माण गतिविधि भी दृढ़ बनी रही। रिपोर्ट के अनुसार आने वाले समय में निजी उपभोग को ग्रामीण मांग में सुधार की संभावनाओं और बढ़ते उपभोक्ता विश्वास से समर्थन मिलेगा।
आरबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार द्वारा बुनियादी ढांचा निर्माण पर लगातार जोर देने के साथ निजी कंपनियों के निवेश में तेजी आने और बाजार में सकारात्मक रुझान बढ़ने से निवेश में और सुधार हो सकता है। यह अर्थव्यवस्था में उत्पादकता और विकास को बढ़ावा देने के लिहाज से अच्छा संकेत है।