पिछले साल लॉकडाउन से पहले बड़ी संख्या में लोगों ने अलग-अलग जगहों पर यात्रा के लिए फ्लाइट की टिकटें बुक कराईं थी, लेकिन कोरोना संक्रमण महामारी के चलते लॉकडाउन लग जाने की वजह से वे लोग यात्रा के लिए जा नहीं पाए और जहां थे वहीं रह गए। यहां तक कि यात्रा के लिए बुक कराई गईं टिकटों के पैसे भी उन्हें एयरलाइन कंपनियों द्वारा रिफंड नहीं किए, जिसे लेकर अब नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने एयरलाइन कंपनियों को फटकार लगाई है और उनके इस रवैये पर नाराजगी जाहिर की है।
MoCA के सचिव ने बुधवार को पैंसेजर्स के क्रेडिट शेल के रिफंड के संबंध में एयरलाइंस के प्रतिनिधियों के साथ एक बैठक की अध्यक्षता की। मालूम हो कि क्रेडिट शेल एक क्रेडिट नोट है, जिसका इस्तेमाल कैंसल्ड PNR के खिलाफ किया जाता है। इतना ही नहीं इसका उपयोग यात्री भविष्य में टिकट बुकिंग के लिए भी करते हैं।
एक अधिकारी ने बताया, ‘MoCA सचिव ने क्रेडिट शेल रिफंड के मामले में सभी एयरलाइन कंपनियों के साथ आज एक बैठक की और पिछले साल लॉकडाउन से पहले पैसेंजर्स द्वारा खरीदी गई टिकटों का पैसा वापस नहीं करने को लेकर एयरलाइन कंपनियों को फटकार लगाई और उनके रवैये के प्रति असंतोष व्यक्त किया।
गोएयर और इंडिगो ने मंत्रालय को अपना वचन पत्र सौंप दिया है, जिसमें कहा गया है कि उन्होंने सभी क्रेडिट शेल को पैसेंजर्स को रिफंड कर दिया है। मालूम हो कि भारत की सर्वोच्च अदालत ने MoCA को 31 मार्च तक सभी क्रेडिट शेल्स को क्लियर करने और पैसेंजर्स को उनके पैसे वापस करने का आदेश दिया था।