जब बिहार के सबसे बड़े सियासी परिवार में हाई प्रोफाइल शादी हुई तो सबकी निगाहें उसी पर टिंकी थीं, वहीं बाद में इस राजनीतिक शादी में सब ठीक न होने पर मामला कोर्ट तक पहुंच गया और अब एक बार फिर लालू प्रसाद यादव और उनका परिवार लाइमलाईट में हैं।
कोर्ट में तेज प्रताप और पत्नी एश्वर्या का केस:
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप (Tej Pratap Yadav) की शादी तो याद ही होगी। जब राजनेता चन्द्रिका राय की बेटी एश्वर्या राय से तेज प्रताप की शादी तय हुई, तो खबर चर्चा बन गयी। तेज प्रताप और एश्वर्या राय की शादी किसी सेलिब्रिटी की शादी से कम नहीं थी। दोनों का नाम साथ जुड़ते ही उनका नाम लाइमलाईट में रहा। वो चाहे उनकी सगाई के बाद शादी के हर कार्यक्रम से जुड़ा हो, या फिर जब उनके रश्ते में सब कुछ ठीक न रहा हो।
अब एक बार फिर तेज प्रताप और एश्वर्या चर्चा में हैं। शादी के कुछ महीनों बाद से ही तेज प्रताप के पत्नी से अलग रहने की सूचना आ गयी थी, अब दोनों का रिश्ता तलाक के प्रकरण तक पहुंच चुका है। आलम ये हैं कि तेज प्रताप के पैसो से ही उनकी पत्नी तलाक का केस लड़ने वाली है।
दरअसल, कोर्ट ने तेज प्रताप को पत्नी एश्वर्या राय को गुजारा भत्ता देने का आदेश दिया है। इसके तहत अब तेज प्रताप एश्वर्या को पोषण और आवास के लिए 22 हजार रुपये प्रति माह देंगे। इसके अलावा पत्नी के मुकदमा लड़ने का खर्च भी तेज ही वहन करेंगे। वहीं अंतरिम भरण पोषण के लिए अलग से दो लाख रुपये देने होंगे।
गौरतलब है कि लालू प्रसाद की बहु एश्वर्या ने पटना की पारिवारिक अदालत मी भरन पोषण सम्बन्धी आवेदन दायर किया था। उनका आरोप था कि ससुराल वालों ने उन्हें घर से निकाल दिया हैं और पति तेज प्रताप भी उनके साथ नहीं रहते। वहीं एश्वर्या ने सास राबड़ी देवी, पति तेज प्रताप और नन्द मीसा भारती पर घरेलू हिंसा का मामला भी दर्ज करवाया है। इसके जवाब में राबड़ी देवी की तरफ से भी एक केस दर्ज कराया गया, जिसमें ऐश्वर्या द्वारा उनपर हाथ उठाने और पीटने का आरोप लगाया गया। इस आरोप को राजद नेता शक्ति सिंह यादव ने सही ठहराया।