अपराजिता “जज्बा जीत का एवं अडॉप्ट सेवा समिति द्वारा आयोजित अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में महिला सम्मान पखवारा समापन समारोह में सम्मानित हुईं महिलाएं।
लखनऊ। अपराजिता जज्बा जीत का एवं अडॉप्ट सेवा समिति जो लगभग 20 वर्षों से समाज सेवा के क्षेत्र में कार्य कर रही है के संयुक्त तत्वावधान में रविवार को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष में महिला सम्मान पखवारा समापन समारोह ऐशबाग रामलीला मैदान तुलसी भवन में धूमधाम से मनाया गया इसमें विभिन्न कार्य क्षेत्रों में उत्कृष्ट सेवा प्रदान करने वाली महिलाओं को सम्मानित किया गया।
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जिसमें पत्रकारिता, भाषा विकास और लोक भाषा, दृश्यकला, प्रशासन, खेल, चिकित्सा, समाज कार्य, उद्योग, परामर्श और समाज कार्य, सोशल मीडिया सनसनी क्षेत्र 10 महिलाओं को सम्मानित एवं पुरस्कृत किया गया। दृश्यकला क्षेत्र से मनीषा कुमारी ने सम्मान प्राप्त किया।
जानकारी देते हुए चित्रकार व कला लेखक भूपेन्द्र कुमार अस्थाना ने बताया कि युवा महिला चित्रकार मनीषा कुमारी का जन्म 1 अगस्त 1987 को जमशेदपुर,झारखंड में हुआ। मनीषा कुमारी समकालीन कला में एक युवा महिला चित्रकार हैं। इन्होंने 2008 रविन्द्र भवन टैगोर स्कूल ऑफ फाइन आर्ट्स जमशेदपुर से फाइन आर्ट्स में डिप्लोमा किया। चित्रकला में 2012 में दृश्यकला में स्नातक एवं 2014 में स्नातकोत्तर इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय, खैरागढ़ से किया।
2014 से 2022 तक दिल्ली पब्लिक स्कूल, बुलंदशहर में कला अध्यापन कार्य किया। साथ ही स्वतंत्र रूप से कला के क्षेत्र में योगदान दे रही हैं। इनके कलाकृतियों की प्रदर्शनी देश के अनेकों स्थानों के अलावां विदेश में भी लग चुकी है। 2021 और 2022 में नेचर आर्ट क्यूब साउथ कोरिया में भी प्रदर्शित किया गया है। साथ ही कई सामुहिक कला प्रदर्शनियों, कला शिविरों, कार्यशालाओं में बड़ी संख्या में भागीदारी की है।
इनके चित्रों का चयन राष्ट्रीय ललित कला अकादमी नई दिल्ली, भारत सरकार के 60वीं वार्षिक कला प्रदर्शनी, 15वीं ऑल इंडिया ट्रेडिशनल कला प्रदर्शनी एवं 88वीं अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी, आई फैक्स नई दिल्ली, एवं कोकूयो कैमलिन मुम्बई में भी किया गया। 2018 में डॉट सर्चिंग टैलेंट ऑल इंडिया ऑनलाइन आर्ट कॉम्पटीशन में कला सम्मान से सम्मानित किया गया है।
केएमसी भाषा विश्वविद्यालय एवं ब्रेकथ्रू ट्रस्ट के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित
इनके कलाकृतियों का निजी संग्रह देश के अनेकों प्रान्तों में किया गया है। वर्तमान में लखनऊ में रहते हुए सृजनरत हैं। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पदम श्री विद्या बिंदु एवं विशिष्ट अतिथि प्रोफेसर मधुरिमा लाल ने सभी को अपने हाथों से सम्मानित व उनका उत्साहवर्धन किया। इस अवसर पर अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।