भारतीय संस्कृति में आदि काल से ही स्व्च्छता को अत्यधिक महत्व दिया गया। लेकिन कालांतर में लापरवाही भी आ गई। पहले जैसी सजगता का भाव नहीं रहा। महात्मा गांधी ने इसके लिए जागरूकता का अभियान चलाया था। प्रधानमंत्री बनने के बाद नरेंद्र मोदी ने भी औपचारिक रूप में स्व्च्छता अभियान शुरू किया। उन्होंने इसकी घोषणा लाल किले की प्राचीर से की थी। इसके बाद वह मन की बात के माध्यम से खास तौर पर बच्चों को जागरूक करते रहे है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि स्वच्छता की आदत सामान्य दिखती है। लेकिन यह अत्यधिक लाभप्रद है। इसको अपनाकर एक स्वस्थ एवं आरोग्यपूर्ण जीवन जी सकते हैं। हाथ धोना हमारे व्यवहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। जिससे हम विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना काल खण्ड में हाथ धोने का विशेष महत्व है। वैश्विक महामारी कोविड-19 की अभी तक कोई कारगर दवाई नहीं आयी है, बचाव व सतर्कता ही इसका उपचार है।
योगी आदित्यनाथ ने आज अपने सरकारी आवास पर ग्लोबल हैण्डवाॅशिंग डे पर HathDhonaRokeCorona अभियान का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि ऐसे रचनात्मक कार्यक्रमों के माध्यम से प्रत्येक नागरिक जुड़ेगा। स्वच्छता को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएगा। स्वच्छता व हाथ धोने की आदत कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने की एक महत्वपूर्ण कड़ी है।