रैपिड एक्शन फोर्स के सभी जवानों को जल्द ही इलेक्ट्रिक शील्ड से लैस कर दिया जाएगा. यह दंगा रोधी कवच अगर किसी और ने छुआ तो उसे 10-12 एम्पियर का झटका लगेगा. हाल ही में नागरिकता कानून में संशोधन को लेकर सीलमपुर में हिंसा हुई थी. कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए इलाके में RAF तैनात की गई थी. वहां RAF के कुछ जवान इलेक्ट्रिक सेफ्टी शील्ड पहने देखे गए.
इलेक्ट्रिक सेफ्टी शील्ड, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) का “पायलट प्रोजेक्ट” है. इसका मुख्य उद्देश्य पुलिसकर्मियों को उत्पाती भीड़ से बचाना है. एक अधिकारी के मुताबिक, कई बार उग्र भीड़ को पुलिस रोक लेती है, प्रदर्शन स्थल से बाहर धकेल देती है लेकिन इलेक्ट्रिक सेफ्टी शील्ड से पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोक सकती है. इस शील्ड से लगा हल्का झटका भीड़ को तितर-बितर करने में मदद करेगा.
कैसे काम करती है ये शील्ड?
RAF के एक जवान के मुताबिक, वे पहली बार इलेक्ट्रिक सेफ्टी शील्ड इस्तेमाल करेंगे. उसने कहा, “हमें बताया गया है इसे कैसे इस्तेमाल करना है. शील्ड में बिजली का प्रवाह करने के लिए एक बटन दबाना होगा. इसके ऑन होते ही एक आवाज होती है और करंट फैलता है.” इस शील्ड के भीतर एक प्लास्टिक की लेयर है जो जवानों को करंट से बचाती है. दिखने में यह किसी आम शील्ड जैसी ही है.