पिछले कुछ समय से कर्नाटक प्रीमियर लीग (Karnataka Premier League) क्रिकेट के गलियारों में सुर्खियों में हैं। कारण सट्टेबाजी व स्पॉट फिक्सिंग। भारतीय प्रीमियर लीग की तर्ज पर फ्रेंचाइजी आधारित होने वाली केपीएल में सट्टेबाजी व फिक्सिंग को लेकर अब तक कुछ क्रिकेटर भी बेंगलुरु पुलिस की गिरफ्तर में आ चुके हैं। कुछ दिन पहले ही इस मुद्दे में अभिमन्यु मिथुन से भी पूछताछ की गई थी व पुलिस की जाँच अभी भी जारी है।
ऐसा माना जा रहा है कि जैसे- जैसे जाँच आगे बढ़ेगी, कई चौंकाने वाले बड़े नाम सामने आ सकते हैं। वैसे तो इस मुद्दे में अब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (International Cricket Council ) व भारतीय क्रिकेट कंट्रोल (BCCI) बोर्ड भी सतर्क हो गए हैं व उन्होंने बेंगलुरु पुलिस से सम्पर्क किया। जो इस मुद्दे की जाँच कर रही है। आईसीसी व बीसीसीआई ने बिना किसी शर्त के अपना योगदान देने की बात कही।
जानकारी इकट्ठा कर ही है बीसीसीआई
2000 में जब क्रिकेट पर मैच फिक्सिंग का साया मंडराया था तो उस समय आईसीसी (ICC) ने एंटी करप्शन एंड सिक्योरिटी यूनिट की स्थापना की थी, जो बोर्ड के सदस्य, खिलाड़ी, सपोर्ट स्टाफ, कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ मिलकर काम करती है। ‘ द क्विंट की समाचार के अनुसार केपीएल में सट्टेबाजी को लेकर आईसीसी ने बेंगलुरु पुलिस से सम्पर्क किया। सेंट्रल अपराध ब्रान्च के डिप्टी कमिश्नर पुलिस कुलदीप जैन के बोला कि हम एक दूसरे का योगदान कर रहे हैं।