सऊदी अरब में ये रिवाज चली आरही है कि सऊदी में हर दिन पांच वक्त के नमाज़ के लिए दुकाने बंद की जाती है। जबकि सऊदी अरब ने हाल में एक घोषणा किया है जिससे सऊदी के लोगों को ये चिंता सता रही है कि कहीं इस घोषणा के बाद सऊदी में चल रहा रिवाज जो पांच वक्त दुकाने बंद होती है वो खत्म न हो जाएं।
दरअसल सऊदी के लोग इस बात पर बहस में लगे है कि कहीं इस नए नियमों के अंतर्गत सऊदी में हर रोज़ नमाज़ के पांच वक्त जो दुकाने बंद होती है वो ख़त्म न हो जाएँ। जबकि वहीं इस बात पर भी लोग सोच में पड़े हैं कि मुस्लिम कई देश अपने रीतिरिवाज़ के लिए दुनिया भर में जाने जाते हैं। अगर इन नियमों के बाद सऊदी में जुमा के नमाज़ के वक्त अगर दुकाने न बंद होतो ये गलत है।
आपको इस बात की जानकारी दे दें कि ये प्रथा आज ने नहीं बल्कि 30 साल से चलती आरही है। जहाँ सऊदी अरब में कोई भी व्यवसायिक अज़ान सुनते ही अपनी दुकान बंद कर नामज के लिए तैयार हो जाता है। अब जब तक नामज नहीं खत्म होती तब तक लोग दुकानदार का इंतेजार करते हैं। वहीं इस कारण से दुकानें बंद होती है तो ग्राहकों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
गौरतलब है कि सऊदी में उपराष्ट्रपति पदोन्नति के लिए विनियमित आयोग की शक्तियों की जाँच की है और (CPVPV) को धर्मिक पुलिस को ये अधिकार होता है कि वो सऊदी के दुकानदार अगर दुकाने खोलने या बंद करने में देरी होती है। तो वो दुकानदार को गिरफ्तार कर सकते हैं।