नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत के एक बिलियन टन कोयला उत्पादन के महत्वपूर्ण लक्ष्य को पार करने की उपलब्धि की सराहना की। उन्होंने इसे देश की ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर खुशी जाहिर करते हुए कोयला क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों की कड़ी मेहनत और समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि भारत की ऊर्जा स्थिरता और सतत विकास को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
प्रधानमंत्री मोदी ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, भारत के लिए गर्व का क्षण! एक बिलियन टन कोयला उत्पादन का ऐतिहासिक मुकाम पार करना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। जो हमारी ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह उपलब्धि इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों की मेहनत और समर्पण का परिणाम है।
कोयला मंत्री गिरीश किशन रेड्डी ने भी सराहा
केंद्रीय कोयला एवं खनन मंत्री गिरीश किशन रेड्डी ने भी इस उपलब्धि की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व को श्रेय दिया, जिसने इस क्षेत्र में तकनीकी उन्नति को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने कहा कि आधुनिक तकनीकों और कुशल खनन प्रक्रियाओं को अपनाकर, भारत ने न केवल कोयला उत्पादन को बढ़ाया है, बल्कि सतत और जिम्मेदार खनन को भी प्राथमिकता दी है।
उन्होंने कहा, “यह महत्वपूर्ण उपलब्धि भारत की आर्थिक वृद्धि को गति देगी, देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करेगी और सभी नागरिकों के लिए ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करेगी।”
भारत में कोयला क्षेत्र की अहम भूमिका
कोयला मंत्रालय द्वारा पिछले महीने जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, भारत दुनिया में पांचवां सबसे बड़ा कोयला भंडार रखने वाला देश है और दूसरा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। कोयला देश की राष्ट्रीय ऊर्जा खपत का 55% योगदान देता है और ऊर्जा सुरक्षा के लिए एक अनिवार्य संसाधन बना हुआ है।