कोरोना की दूसरी लहर से अभी तक देश उबरा भी नहीं है कि कोरोना की तीसरी लहर आने की बातें शुरू हो गई हैं. दरअसल महाराष्ट्र सरकार द्वारा नियुक्त की गई विशेषज्ञों की एक टास्क फोर्स ने आशंका जाहिर की है कि अगले दो से तीन हफ्ते में ही महाराष्ट्र में कोरोना की तीसरी लहर का आगमन हो सकता है. विशेषज्ञों ने यह आशंका अनलॉक के बाद सड़कों और बाजारों में दिख रही भारी भीड़ को देखते हुए जाहिर की है.
प्रो. अग्रवाल सूत्र मॉडल पर काम कर रहे हैं. इससे कोविड -19 मामलों का गणितीय अनुमान लगाया जाता है. अग्रवाल ने कहा कि तीसरी लहर में रोजना जितने मामले सासने आए उसकी तुलना में दूसरी लहर में डेली आधे मामले सामने आने की आशंका है. हालांकि, उन्होंने चेतावनी दी कि यदि कोई नया स्ट्रेन आता है तो तीसरी लहर के दौरान संक्रमण तेजी से फैल सकता है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर में डेल्टा वैरिएंट के कारण ही बड़ी संख्या में लोग इसकी चपेट में आए थे. ऐसे में कोरोना की तीसरी लहर में ज्यादा लोग संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं. तीसरी लहर में दूसरी लहर की तुलना में दोगुने लोग संक्रमित हो सकते हैं और इनमें से 10 फीसदी बच्चे हो सकते हैं.
प्रोफेसर अग्रवाल ने एक ट्वीट में कहा कि “हमने तीन सिनेरियो बनाए हैं. एक आशावादी है. इसमें हम मानते हैं कि अगस्त तक जीवन सामान्य हो जाता है और कोई नया म्यूटेंट नहीं होता है. दूसरा मध्यवर्ती है. इसमें हम मानते हैं कि आशावादी परिदृश्य धारणाओं के अलावा टीकाकरण 20% कम प्रभावी है. “