अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के शासनकाल में पेंटागन में तैनात एक पूर्व अधिकारी ने बताया कि अमेरिका की ओर से भारत को प्रमुख रक्षा भागीदार नामित किया जा चुका है। जिससे अब दोनों देशों India-US को साथ मिलकर रक्षा परियोजनाओं पर काम करना चाहिए। पूर्व राष्ट्रपति प्रशासन के दौरान पेंटागन में रक्षा व्यापार और प्रौद्योगिकी पहल (डीटीटीआई) का प्रतिनिधित्व करने वाले कीथ वेबस्टेर ने कहा कि दोनों सरकारों को एक कार्यक्रम तय करके उस पर अमल करना चाहिए। जिसका फैसला दोनों सरकारों में उच्चस्तर पर लिया जाना जरूरी है। इसके लिए समय सीमा तय हो और उसके आधार पर सरकारों के कामकाज का आकलन किया जाये।
डीटीटीआई के अंतर्गत India-US रक्षा संबंध को अगले स्तर पर ले जाया जाये
वेबस्टेर ने कहा कि भारत-अमेरिका रक्षा संबंध को अगले स्तर पर ले जाने के लिए डीटीटीआई के अंतर्गत कुछ परियोजनाओं को गंभीरता से शुरू किया जाना चाहिए। यूएस इंडिया फ्रेंडिशिप काउंसिल की ओर से अमेरिकी कैपिटोल में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुये वेबस्टेर ने कहा सिर्फ विचार न करके बल्कि संयुक्त रूप से विकसित करना, निवेश करना और उसे शुरू करना बेहतर है। उन्होंने कहा कि अमेरिका को यह पता है कि इसे कैसे करना है और उसने विशिष्ट क्षमता से मिश्रित परिणामों के साथ वैश्विक स्तर पर इसे किया है।
दोनों देशों के पास हैं कई अवसर
वेबस्टर ने कहा कि दोनों देश प्रतिबद्ध रूप से आगे बढ़े तो इससे बहुत से अवसर खुलकर सामने आयेंगे। उन्होंने आग्रह करते हुए कहा कि एक क्रेता विक्रेता के प्रतिमान से हटकर ठोस प्रगति देखने के लिए भारत सरकार को ‘मेक इन इंडिया’ का लाभ लेने के लिए एक प्रतिबद्ध कार्यक्रम बनाना बनाना चाहिए।