भारतीय वायुसेना का लड़ाकू विमान मिग-21 बुधवार को हादसे का शिकार हो गया। ग्वालियर में हुए इस हादसे में मिग-21 में सवार दोनों पायलट सुरक्षित हैं। सेना ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दे दिया है।
जिस दौरान ये हादसा हुआ उस दौरान मिग-21 ट्रेनर एयरक्राफ्ट अपनी रूटीन गश्त पर था। हादसा कुछ ऐसा था कि आधा विमान जमीन के अंदर घुस गया।
इस विमान में एक ग्रुप कैप्टन और एक स्क्वॉड्रन लीडर बैठे थे। इस साल मिग क्रैश होने की यह तीसरी घटना है। बता दें कि वायुसेना का मिग-21 ही विंग कमांडर अभिनंदन भी उड़ा रहे थे, जब वह क्रैश हो गया था। इसके बाद मार्च में राजस्थान के बीकानेर में भी एक मिग-21 क्रैश हो गया था।
मिग विमानों के क्रैश होने की घटनाएं बेहद आम हैं। करीब पांच दशक पुराने इन विमानों को बदलने की मांग लंबे समय से की जा रही है। ‘फ्लाइंग कॉफिन’ के तौर पर बदनाम इन विमानों को एचएएल द्वारा निर्मित देसी हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस से बदलने की मांग की जा रही है