Breaking News

जर्मनी में भारतीय गौरव

नरेंद्र मोदी का करिश्मा विलक्षण है। यह भारत तक ही सीमित नहीं है। कुछ समय पहले उन्हें विश्व का सर्वाधिक लोकप्रिय नेता प्रमाणित किया गया। उनकी बराबरी में अन्य कोई शासक नहीं था। भारत में उनकी लोकप्रियता 2014 से लगातार जनादेश के रूप में अभिव्यक्त हो रही है। उनकी विदेश यात्रा का अंदाज अलग होता है।

वह भारतीय मूल के लोगों का मनोबल बढाते है। संबंधित देश के लोग भी उनके प्रति आकर्षित होते है। इन सबका सकारात्मक प्रभाव विदेश नीति पर पड़ता है। इस समय रूस को लेकर नाटो सदस्यों व भारत के बीच मतभेद है। लेकिन आपसी संबधों पर इसका कोई असर नहीं है। मोदी ने इस मुश्किल कार्य को भी आसान बनाया है। जर्मनी में भी मोदी मोदी की गूंज सुनाई दी। लोगों में गजब का उत्साह था। गीत संगीत के कार्यक्रम हुए। इसमें भगवा ध्वज लहराया गया। यह महाराष्ट्र का पारंपरिक लोक नृत्य था।

ये बात अलग है कि कांग्रेस के नेताओं ने इसे लेकर हमला बोला। ऐसे लोगों को लोक परम्पराओं की समझ नहीं है। ना उसके प्रति सम्मान का भाव है। नरेंद्र मोदी ने यहां भारतीय गौरव व स्वाभिमान को प्रतिष्ठित किया। आत्मनिर्भर भारत अभियान का उल्लेख किया। कहा कि महत्वाकांक्षी भारत ने राजनीतिक स्थिरता के महत्व को समझा है। इस माहौल में भारत तेजी से प्रगति कर रहा है। व्यवस्था में व्यापक बदलाव किया गया है।

भारत सात वर्ष पहले चार सौ से कम स्टार्ट अप थे। आज अड़सठ हजार स्टार्ट अप और दर्जनों यूनिकॉर्न हैं। जिनमें दस अरब डॉलर के आकलन के साथ डेका कॉर्न बन गए हैं। डिजिटल भुगतान में भारत की हिस्सेदारी चालीस प्रतिशत से अधिक है। सरकार किसानों को सीधे उनके बैंक खातों में भुगतान करने के लिए डिजिटल भुगतान तंत्र का उपयोग कर रही है। अब किसी भी प्रधानमंत्री को यह अफसोस नहीं करना पड़ेगा कि वह एक रुपया भेजते हैं, लेकिन केवल पन्द्रह पैसे ही लाभार्थी तक पहुंचता है।

भारत ईज ऑफ लिविंग, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ ही रोजगार, शिक्षा, कनेक्टिविटी आदि अनेक क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति कर रहा है। कुछ दिनों के अंतराल में ब्रिटेन पोलैंड, पुर्तगाल, लक्ज़मबर्ग, नीदरलैंड्स और नॉर्वे के विदेश मंत्री भारत दौरे पर आ चुके हैं। यूरोपियन यूनियन की प्रेसिडेंट उर्सुला वॉन डरलीन व ब्रिटिश प्रधानमंत्री भी भारत आये थे। नरेंद्र मोदी की यूरोप यात्रा यूरोपियन यूनियन के साथ प्रस्तावित समिट की रूपरेखा तय होगी।

(ये लेखक के अपने विचार हैं…..!!)

About Amit Anand Kushwaha

Check Also

‘अपनी इच्छापूर्ति के लिए गलत रास्ता चुना’, बच्चा चोरी के आरोपी समलैंगिक जोड़े को हाईकोर्ट से जमानत

बॉम्बे उच्च न्यायालय ने एक अहम फैसले में बच्चा चोरी के मामले में एक समलैंगिक जोड़े ...