सिंगापुर में भारतीय मूल के सुरक्षा गार्ड को पर्स लूटने के आरोप में बुधवार को तीन सप्ताह की जेल की सजा सुनाई गई। उस पर 2300 डॉलर का सामान चुराने का आरोप सिद्ध हुआ है। रिपोर्ट के अनुसार, 46 साल के व्यक्ति ने अदालत को बताया था कि पिछले साल 27 अगस्त को एल्कोव कोंडोमिनियम में प्रवेश करते हुए अपना पर्स और चाबियां गिरा दी थीं।
कुछ मिनट बाद एक राहगीर ने सामान को उठाकर 56 साल के ए मुरुगैया को उठाकर दे दिया। पर्स में कम से कम 500 डॉलर थे। हालांकि, मुरुगैया ने पर्स लौटाने की जगह अपने पास रख लिया और घर ले गया। अगले दिन पीड़ित ने अपने सामान के बारे में पूछताछ की और बताया कि उसका पर्स खो गया है। मुरुगैया ने आखिरकार पर्स लेने की बात स्वीकार कर ली।
29 अगस्त को मुरुगैया ने पीड़ित को चाबी के साथ ही पर्स लौटा दिया, लेकिन उससे 490 डॉलर गायब थे। काफी मांगने के बाद भी जब सुरक्षा गार्ड ने पैसे नहीं दिए तो व्यक्ति ने पुलिस को शिकायत दे दी। दिसंबर में आरोपी को गिरफ्तार कर रिमांड पर लिया गया।
उप लोक अभियोजक एश्ले पोह ने कहा कि आरोपी ने विश्वासघात का काम किया है। उसे सुरक्षा के लिए रखा गया था। उस पर भरोसा किया गया था, लेकिन फिर भी उसने चोरी की। यह अपराध है। वहीं, एक रिपोर्ट में बताया गया कि चोरी हुए सामान का मूल्य कम से कम 2,300 डॉलर था।