Breaking News

International Women’s Day: उपासना कामिनेनी का आग्रह- आर्थिक रूप से स्वतंत्र हों महिलायें, जीवन में निर्णय लेने की शक्ति अहम

International Women’s Day पर उपासना कामिनेनी कोनीडेला (Upasana Kamineni Konidela) ने महिलाओं से आग्रह किया है कि वे केवल पैसे कमाने (Earning Money) के उद्देश्य से नहीं, बल्कि अपने निर्णय स्वयं लेने (Own Decisions, Maintain), अपनी जीवनशैली (Lifestyle) बनाए रखने, भविष्य की योजना (F uture Plan)बनाने और अपने पति, परिवार या किसी और पर निर्भर हुए बिना स्वतंत्र रूप से जीवन जीने के लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें। उन्होंने कहा कि आर्थिक स्वतंत्रता सिर्फ पैसे कमाने के बारे में नहीं है, यह अपनी पसंद बनाने की शक्ति रखने के बारे में है।

19 साल की उम्र में इस एक्ट्रेस ने रचा इतिहास, डिग्री मिलते ही मिली ‘डॉक्टर’ की उपाधि

गौरतलब है कि उपासना कामिनेनी कोनीडेला ने महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए प्रयासरत हैं। वह महिलाओं के उत्थान के लिए व्यापक समर्थन देती रही हैं। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उपासना ने प्रगतिशील विचारधारा को स्पष्ट करते हुए कहा कि आर्थिक स्वतंत्रता केवल कमाने की क्षमता नहीं, बल्कि बचत, बजट प्रबंधन, निवेश को समझना, स्वतंत्र रूप से वित्तीय निर्णय लेने की योग्यता, संपत्ति बनाना, आपातकालीन निधि/सुरक्षा, सेवानिवृत्ति, स्वास्थ्य देखभाल और अप्रत्याशित खर्चों की योजना बनाना भी शामिल है।

उपासना ने कहा कि जब एक महिला आर्थिक रूप से स्वतंत्र होती है, तो उसे अपने जीवन को अपने अनुसार ढालने की स्वतंत्रता मिलती है। वह बिना किसी प्रतिबंध के अपने परिवार का समर्थन कर सकती है और समाज में सार्थक योगदान दे सकती है। इस मौके पर उपासना ने आर्थिक स्वतंत्रता के महत्व को रेखांकित करने के साथ ही कुछ विचारोत्तेजक पहलुओं- आर्थिक स्वतंत्रता का रिश्तों/विवाह पर प्रभाव, निवेश, वित्तीय स्वतंत्रता, निर्णय लेने की क्षमता एवं वित्तीय स्थिति को नियंत्रित करने पर भी ध्यान केंद्रित किया।

International Women’s Day: देखभाल कार्यों में पुरुषों की अपेक्षा महिलाएं अधिक समय देती हैं – Dr Anamika Chaudhary

उपासना ने कहा कि जब एक महिला अपनी वित्तीय स्थिति को नियंत्रित करती है, तो वह अपने साथ-साथ अपने प्रियजनों के लिए भी बेहतर स्वास्थ्य देखभाल, पोषण और शिक्षा में निवेश करती है। आर्थिक स्वतंत्रता केवल धन-संपत्ति नहीं, बल्कि कल्याण, गरिमा और स्वतंत्रता का प्रतीक है। उपासना ने सभी महिलाओं से अपने, परिवार और आने वाली पीढ़ियों के लिए इस दिशा में कदम बढ़ाने का आग्रह किया।

About reporter

Check Also

रिलीज के 50 साल पूरे होने पर IIFA में हुई शोले की स्पेशल स्क्रीनिंग, जानिए डिटेल

मशहूर फिल्मकार रमेश सिप्पी की सुपरहिट फिल्म ‘शोले’ को अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी (IIFA) के ...