ईरान को रूस से प्राकृतिक यूरेनियम की एक बड़ी खेप मिलेगी, जबकि इसके बदले में रूस को ईरान से कई टन रिएक्टर कूलेंट मुहैया कराया जायेगा। इस संबंध में अधिकारियों ने बताया कि अमेरिका में निवर्तमान ओबामा प्रशासन ने इसे मंजूरी दी है और अन्य देश इस ऐतिहासिक परमाणु समझौते के लिए तेहरान की प्रतिबद्धता चाहते हैं। दो वरिष्ठ राजनयिकों ने कहा कि अमेरिका और दुनिया की अन्य पांच महाशक्तियों ने हाल में इस हस्तातंरण को मंजूरी दी है।
अमेरिका और इन महाशक्तियों ने ही ईरान के साथ करीब 130 टन प्राकृतिक यूरेनियम की आपूर्ति संबंधी समझौते पर बातचीत की थी। उन्होंने बताया कि हालांकि इस समझौते के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् की मंजूरी की जरूरत होगी। यह महज औपचारिकता ही होगी क्योंकि पांचों महाशक्तियां सुरक्षा परिषद् की स्थायी सदस्य हैं।
उल्लेखनीय है कि यूरेनियम को उन्नत करके रियक्टर ईंधन, चिकित्सकीय या अनुसंधान उद्देश्यों से लेकर परमाणु बम बनाने के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि ईरान का कहना है कि ऐसे हथियारों में उसकी दिलचस्पी नहीं है और परमाणु समझौते के तहत उसकी गतिविधियों पर करीब से नजर रखी जा रही है। तेहरान को परमाणु सौदे की बातचीत के तहत 2015 में इतना ही प्राकृतिक यूरेनियम मिला था। उसने रूस को संवद्धित यूरेनियम भेजा था। लेकिन प्राकृतिक यूरेनियम की यह नयी खेप पिछले साल समझौते लागू होने के बाद भेजी जाने वाली पहली खेप है।
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