ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला खामनेई ने मंगलवार को कहा कि ईरान, अमेरिका के साथ ‘किसी भी स्तर’ पर बातचीत नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि अमेरिका का इस्लामिक गणराज्य के खिलाफ ‘अधिकतम दबाव’ बनाने का अभियान अपने लक्ष्य को पाने में विफल रहा है। खामनेई की यह टिप्पणी अमेरिका द्वारा यह संकेत देने के बाद आई है कि ईरान ने सऊदी अरब के दो तेल क्षेत्रों पर 14 सितंबर के हमलों को अंजाम दिया था।
मीडिया से बातचीत में सर्वोच्च धर्मगुरु खामनेई ने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में अमेरिका के साथ बातचीत शुरू करना वाशिंगटन के अनुचित दबाव अभियान के सामने आत्मसमर्पण करना होगा। उन्होंने कहा, “बातचीत का मतलब अमेरिका द्वारा अपनी मांग को तेहरान पर थोपना होगा। यह अमेरिका के अधिकतम दबाव अभियान की जीत की अभिव्यक्ति होगी।”
उन्होंने कहा, “यही कारण है कि ईरानी अधिकारियों ने सर्वसम्मति से अमेरिका के साथ किसी भी वार्ता को लेकर आपत्ति जताई है। इसमें राष्ट्रपति व विदेश मंत्री व अन्य शामिल हैं।”
खामनेई ने कहा कि अगर अमेरिका 2015 के परमाणु समझौते पर लौटता है, सिर्फ तभी ईरान से वार्ता संभव है। इस समझौते से अमेरिका बीते साल अलग हो गया था।