पेगासस स्पाईवेयर से जुड़े खुलासों ने प्राइवेसी को लेकर यूजर्स की चिंता बढ़ा दी है। सबसे बड़ी टेंशन यह है कि पेगासस पुराने तरीकों का इस्तेमाल नहीं करता। यह ‘जीरो-क्लिक’ अटैक करता है जिसमें फोन चलाने वाले को कुछ करने की जरूरत नहीं पड़ती।
पेगासस एक इजरायली कंपनी एनएसओ (NSO) ग्रुप द्वारा विकसित एक स्पाइवेयर है. यह पहली बार 2016 में सुर्खियों में आया था, जब एक अरब एक्टिविस्ट को एक संदिग्ध मैसेज मिलने के बाद इसको लेकर शक हुआ.
पेगासस दुनिया का सबसे ताकतवर स्पाईवयर है, इसका पता लगा पाना लगभग नामुमकिन है। आइए समझते हैं कि यह सॉफ्टवेयर कैसे काम करता है और क्या इससे बचने का कोई कारगर तरीका है या नहीं।
माना जा रहा था कि पेगासस स्पाइवेयर आईफोन यूजर्स को टारगेट कर रहा था. इसके बाद एप्पल ने आईओएस का अपडेटेड वर्जन रिलीज किया था, जिसने कथित तौर पर उन सुरक्षा खामियों को दूर कर दिया था, जिसका उपयोग पेगासस फोन हैक करने के लिए कर रहा था. हालांकि इसके एक साल बाद एक्सपर्ट ने कहा था कि यह स्पाइवेयर एंड्रॉयड फोन को भी प्रभावित कर सकता है.