सर्दियों के मौसम में सर्दी, खांसी, जुकाम, फ्लू, बुखार जैसे कई रोगों का खतरा होता है। साइनसाइटिस की बीमारी भी इन्हीं में से एक है, जो सर्दी के मौसम में अधिकतर लोगों को हो जाती है। इसे साइनस इंफेक्शन भी कहा जाता है। भरी हुई या बहती हुई नाक, बुखार, सिरदर्द, गले में खराश या खांसी होना साइनस इन्फेक्शन के आम लक्षण होते हैं।
वेबएमडी के अनुसार, साइनस एक सूजन है, जो आपके नाक, माथे, आंख और मुंह को नुकसान पहुंचाती है। इस विकार के होने पर आपका रोजाना का कामकाज प्रभावित हो सकता है।
सर्दियों में होने वाली इस तरह की समस्याओं के लिए हर बार दवाएं लेना सही नहीं है। दवाओं से बेशक आपको कुछ समय के लिए राहत मिल जाए लेकिन लंबे समय तक दवाएं लेने से कई नुकसान भी झेलने पड़ सकते हैं।
एक्सपर्ट्स इस तरह की समस्याओं से आराम पाने के लिए प्राकृतिक चिकित्सा की सलाह देते हैं। इसके लिए आप अपने किचन में इस्तेमाल होने वाला लहसुन इस्तेमाल कर सकते हैं। चलिए जानते हैं लहसुन से कैसे आराम मिलता है।
साइनस के प्रकार
एक्यूट साइनसिसिस आमतौर पर सर्दी के लक्षण जैसे नाक बहने, भरी हुई नाक और चेहरे के दर्द से शुरू होता है। यह अचानक शुरू हो सकता है और 2-4 सप्ताह तक परेशान कर सकता है। सबस्यूट साइनस की सूजन आमतौर पर 4 से 12 सप्ताह तक रहता है। क्रोनिक साइनस के लक्षण 12 सप्ताह या उससे अधिक समय तक रहते हैं। रिकरंट साइनस वर्ष में कई बार होता है।
साइनस इन्फेक्शन के इलाज के लिए लहसुन
साइनस इन्फेक्शन से पीड़ित मरीजों के लिए लहसुन काफी फायदेमंद है। ऐसा माना जाता है कि लहसुन में भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ-साथ कई बीमारियों के इलाज करने के गुण होते हैं। इसमें एलीसिन तत्व पाया जाता है, जो साइनस इन्फेक्शन को को प्रभावी रूप से दूर कर सकता है।
इसके अलावा लहसुन में एलिसिन तत्व जिसमें एंटीबायोटिक, एंटीवायरल, एंटीफंगल, एंटी बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट जैसे गुण होते हैं। इसके एलिन और एजिन तत्व सर्क्युलर सिस्टम और इम्यूनोलॉजिकल सिस्टम के हीलिंग इफेक्ट को बढ़ाते हैं।