अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ( Donald Trump ) ने अदालत के आदेश के बाद अपने कुछ आलोचकों को ट्विटर पर अनब्लॉक कर दिया है। अदालत ने ट्रंप से कहा था कि वो इस तरह से अपने आलोचकों का मुंह नहीं बंद कर सकते हैं।
Donald Trump : अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन
फेडरल डिस्ट्रिक्ट जज ने मई में डोनाल्ड ट्रंप को फटकार लगाते हुए आदेश दिया था। जिसमे ट्रंप से पूछा गया कि क्या राष्ट्रपति के आधिकारिक ट्विटर एकाउंट से ब्लॉक किया जाना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के अधिकारों के पहले संशोधन (फर्स्ट अमेंडमेंट) का उल्लंघन है। ट्रंप द्वारा लोगों को ब्लॉक किये जाने के खिलाफ कोलंबिया यूनिवर्सिटी में ‘द नाइट फर्स्ट अमेंडमेंट इंस्टीच्यूट’ ने अपील की थी।
जिसके बाद ट्रंप ने उन सात लोगों को अनब्लॉक किया है जिनके नाम मुकदमे में थे।
संविधान राष्ट्रपति को आलोचको को ट्विटर पर ब्लॉक करने से रोकता है
संस्था ने कल ट्वीट किया कि उसे मिली सूचना के अनुसार न्याय मंत्रालय के पास मौजूद एक लिस्ट में से 41 अन्य लोगों को भी डोनाल्ड ट्रंप के ट्विटर एकाउंट ने अनब्लॉक कर दिया है। संस्था का कहना है कि उन्हे खुशी है कि व्हाइट हाउस ने जिला अदालत के फैसले का पालन करने के लिए कदम उठाया है। अदालत ने अपने फैसले में कहा कि संविधान राष्ट्रपति को उनकी आलोचना करने वालों को ट्विटर पर ब्लॉक करने से रोकता है।
संस्था ने यह भी कहा कि उसे सूचना मिली है कि इस लिस्ट से बाहर अभी भी बहुत से ऐसे लोग हैं जो राष्ट्रपति के ट्विटर अकाउंट पर ब्लॉक हैं।