शिलांग। मेघालय के पूर्वी खासी पहाड़ी जिले के दूरस्थ गांवों में एक हजार से ज्यादा बच्चों के जन्म में मदद देने वाली और आपात स्थितियों में लोगों की मदद करने वाली 80 वर्षीय नर्स केयिक मुखिम अंतत: अपनी इच्छा से सेवानिवृत्त हो गईं। केयिक को उनके इलाके के लोग प्यार से कोंग केयिक के नाम से बुलाते हैं। उन्होंने इस वर्ष जून तक खारांग रूरल सेंटर (केआरसी) में अपनी सेवाएं दीं। बाद में उम्र संबंधी बीमारियों के इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। कोंग केयिक ने बताया, बढ़ती उम्र अब मेरा साथ नहीं दे रही है और मुझे यह जिम्मेदारी अब नए लोगों को देनी होगी। जिन पर मुझे यकीन है कि वह गांव में गरीब और जरूरतमंद लोगों के कल्याण के लिए काम जारी रखेंगे। केआरसी की प्रबंधन समिति ने शनिवार को उनके लिए विदाई समारोह का आयोजन किया था। जहां उनके बच्चे और अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे। उन्हें केआरसी की तरफ से कुछ नकदी, एक स्मृतिचिह्न और एक प्रशस्ति पत्र दिया गया। मानवीय कार्यकर्ता एनी मार्गरेट बार ने इस संस्थान की स्थापना की थी। कोंग कियेक उन चुनिंदा छात्रों में से थी जिन्हें बार ने वर्ष 1952 में इस संस्थान में शामिल किया था।
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