मोहम्मदी खीरी। विगत दिनों कोतवाली मोहम्मदी के दिलीप शुक्ला जो पेशे से अधिवक्ता और पत्रकार भी हैं अपने गाव में एक जगह का निर्माण करा रहे थे। तभी गांव के मदन शुक्ला और बंटी ने हाथ में तमंचा लेकर लाठी-डंडों से लैस होकर घर में घुसकर उनके साथ मारपीट की तथा जान से मारने की नियत से फायर कर दिया। जिसकी रिपोर्ट दर्ज कराई गयी है।
वही कुछ ही देर बाद पुलिस ने अधिवक्ता और पत्रकार दिलीप शुक्ला पर एक युवती के माध्यम से घर में घुसकर मारपीट करना व सामान को तोड़फोड़ डालने की रिपोर्ट दर्ज कराई है।
पीड़ित दिलीप शुक्ला में बताया कि कोतवाली पुलिस ने बगैर किसी जांच के यह मुकदमा आरोपी को लाभ पहुंचाने और समझौता कराने की बदनीयत से दर्ज किया है।
इस घटना के बाद से स्थानीय पत्रकारों में पुलिस की कार्यशैली को लेकर खासा रोष व्याप्त है। पत्रकारों का मानना है कि फर्जी मुकदमा लिखकर पुलिस अपनी मनमानी करने पर उतारू है। वहीं कोतवाली पुलिस, अधिवक्ता के खिलाफ दर्ज किये गए मुकदमें को सत्ता पक्ष के एक माननीय का दबाव बताकर अपना पल्ला झाड़ने में जुटी हुई है।
रिपोर्ट-सुखविंदर सिंह कम्बोज