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लखनऊ विश्वविद्यालय 109वें भारतीय विज्ञान कांग्रेस की करेगा मेजबानी

लखनऊ। आज लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आलोक कुमार राय ने बताया कि लखनऊ विश्वविद्यालय भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 109वें वार्षिक सत्र की मेजबानी के लिए चुने जाने पर सम्मानित महसूस कर रहा है।

भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन द्वारा प्रदान की गई इस विशाल जिम्मेदारी के लिए हमें बहुत गर्व और खुशी है। यह विशाल वैज्ञानिक वैश्विक कार्यक्रम 3-7 जनवरी, 2024 तक आयोजित किया जाएगा। इस सम्मेलन में दुनिया भर से कम से कम 20000 प्रतिनिधियों के भाग लेने की उम्मीद है। इसमें विश्व के कई नोबल पुरस्कार प्राप्त वैज्ञानिक भी प्रतिभाग करेंगे।

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भारतीय विज्ञान कांग्रेस 14 व्यापक वैज्ञानिक वर्गों के शिक्षाविदों के लिए एक बैठक का विशाल क्षेत्र है जिसमें कृषि और वानिकी विज्ञान, पशु, पशु चिकित्सा और मत्स्य विज्ञान, मानव विज्ञान और व्यवहार विज्ञान (पुरातत्व, मनोविज्ञान, शिक्षा और सैन्य विज्ञान सहित), रासायनिक विज्ञान, पृथ्वी प्रणाली विज्ञान, इंजीनियरिंग विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, सूचना और संचार विज्ञान और प्रौद्योगिकी (कंप्यूटर सहित) विज्ञान), गणितीय विज्ञान (सांख्यिकी सहित), चिकित्सा विज्ञान (फिजियोलॉजी सहित), न्यू बायोलॉजी (जैव रसायन, बायोफिजिक्स और आणविक जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी, भौतिक विज्ञान, पादप विज्ञान सहित) पर विचार विमर्श होगा।

लखनऊ विश्वविद्यालय

इन वर्गों के अलावा, भारतीय विज्ञान कांग्रेस में महिला विज्ञान कांग्रेस, बाल विज्ञान कांग्रेस और राष्ट्र की वैज्ञानिक प्रगति और कौशल की प्रदर्शनी भी शामिल है। लखनऊ विश्वविद्यालय ने इससे पहले 1916, 1923, 1953, 1985 और 2002 में 5 बार भारतीय विज्ञान कांग्रेस की मेजबानी की है। वास्तव में भारतीय विज्ञान कांग्रेस की स्थापना का विचार लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रोफेसर पी एस मैक मोहन और प्रोफेसर जेएल सिमोंसेन द्वारा दिया गया था।

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109वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस के मेजबान के रूप में लखनऊ विश्वविद्यालय की, भारतीय विज्ञान कांग्रेस के रिव्यू कमिटी की पूर्व स्वीकृति से घर वापसी की भावना बहुत प्रबल है। लखनऊ विश्वविद्यालय ने विज्ञान के इस महाकुम्भ की मेजबानी के लिए आवश्यक संसाधनों के आकलन की पहल के साथ तैयारी शुरू कर दी है। न केवल विश्वविद्यालय बल्कि पूरा लखनऊ शहर भी जश्न में डूबा रहेगा।

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परंपरागत रूप से भारत के प्रधान मंत्री इस मेगा इवेंट का उद्घाटन करते हैं। विश्वविद्यालय प्रधानमंत्री के स्वागत हेतु उत्सुक है। लखनऊ विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय के कुशल दूरदर्शी नेतृत्व में विश्वविद्यालय वैश्विक पटल पर लगातार महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है। प्रो राय ने कहा है कि नैक ए++ हासिल करने के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय को वैश्विक दर्शकों के सामने अपनी विशिष्टता और क्षमताओं को प्रदर्शित करने का एक और मौका मिला है और इस प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।

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