इस समय विपक्षी दल अपने को किसान हितैषी साबित करने की प्रतिस्पर्धा में है। इसके लिए दिल्ली सीमा पर केंद्रित आंदोलन को समर्थन प्रदान किया जा रहा है। इनमें से अनेक पार्टियों को केंद्र व उत्तर प्रदेश में पूर्ण कार्यकाल वाली सरकार चलाने का अवसर मिला। लेकिन इनके पास इस बात का उत्तर नहीं है कि आज के मुकाबले खाद्यान्न खरीद कई गुना कम क्यों होती है,वह डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य क्यों नहीं दे सके,सिंचाई योजनाएं दशकों से लंबित क्यों थी,चीनी मिलों को चलाने की जगह उनको विवादित ढंग से बेंचा क्यों जा रहा था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी बुन्देलखण्ड यात्रा में ऐसे ही सवालों की बौछार की।
उन्होंने किसानों के नाम पर चल रहे आंदोलन पर भी निशाना लगाया। कहा कि यह किसानों का नहीं बल्कि किसानों को भ्रमित करने वाला आंदोलन है। इसको वह लोग हवा दे रहे है जो अब तक किसानों की मेहनत का लाभ उठा रहे थे। कृषि कानूनो से ऐसे ही तत्व परेशान है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विदेशी जूठन पर पलने वाले लोग किसानों को गुमराह कर रहे हैं,ऐसे लोगों से सावधान रहने की आवश्यकता है। केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों की आय को दोगुना करने के लिए प्रभावी प्रयास किये गये हैं। मण्डियां पहले भी थीं और आगे भी रहेंगी। प्रदेश में अड़सठ लाख मीट्रिक टन धान की खरीद की गयी है।
पूर्ण होती लंबित सिंचाई परियोजनाएं
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नदी भारत की संस्कृति व परम्परा का आधार रही है। नदी जल की पवित्र स्रोतदाता रही है। वर्तमान सरकार ने सभी नदियों को माँ का सम्बोधन देकर माँ गंगा के रूप में इसकी पूजा की है। समय और परिस्थिति के अनुरूप एक एक बूंद का उचित नियोजन अतिआवश्यक है। पिछली सरकारों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरगामी सोच के परिणामस्वरूप प्रदेश की दशकों से लम्बित सिंचाई परियोजनाएं आज आकार ले रही हैं। अर्जुन सहायक परियोजना धसान नदी में है। इस परियोजना से जनपद महोबा,हमीरपुर और बांदा लाभान्वित होंगे। इस परियोजना से डेढ़ लाख किसान लाभान्वित होंगे। चार लाख लोगों को शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सकेगी।
अर्जुन सहायक परियोजना
योगी आदित्यनाथ ने महोबा में छब्बीस सौ करोड़ रुपये की लागत से बन रही अर्जुन सहायक परियोजना के अन्तर्गत लहचुरा बांध पर हेड रेगुलेटर का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों से परियोजना की पूरी जानकारी प्राप्त की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिये। परियोजना के मॉडल एवं मैप का अवलोकन भी किया। यह सिंचाई परियोजना किसानों के जीवन में व्यापक परिवर्तन का कारक बनेगी। यह परियोजना एक दो माह में पूर्ण कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि इस परियोजना का लोकार्पण प्रधानमंत्री के कर कमलों से कराया जाएगा।
शुद्ध पेयजल
बुन्देलखण्ड में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के लिए भी पहले प्रयास नहीं किये गए। वर्तमान केंद्र व प्रदेश सरकार इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर क्रियान्वित कर रही है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रधानमंत्री की अनुकम्पा से बुन्देलखण्ड में विकास की अनेक योजनाएं संचालित की जा रही हैं। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर नल योजना के माध्यम से हर घर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। मनुष्य की आधी बीमारी का कारण शुद्ध पेयजल की उपलब्धता न होना है। इस बीमारी का समाधान शुद्ध पेयजल है। उन्होंने कहा कि जल शक्ति मंत्रालय शुद्ध पेयजल के लिए ट्यूबवेल,हैण्डपम्प की मरम्मत के लिए और सिंचाई की बड़ी बड़ी परियोजनाओं के लिए कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड को जिस विकास की आस थी, वर्तमान सरकार उस आस को पूरा करने का कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बुन्देलखण्ड क्षेत्र में विकास की जो योजनाएं लागू की जा रही हैं, उससे स्थानीय लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। डिफेंस इण्डस्ट्रियल कॉरिडोर योजना के माध्यम से रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। अब तक यहां का युवा देश की रक्षा करता था,किन्तु अब यहां से बनी तोपें भी देश की रक्षा करेंगी।
पर्यटन विकास
बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पर्यटन की अपार सम्भावनाएं हैं। बुन्देलखण्ड क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ाने के लिए चित्रकूट तथा झांसी से शीघ्र ही वायु सेवाएं प्रारम्भ करायी जाएंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस पावन धरती पर ही महर्षि बाल्मीकि ने रामायण तथा संत तुलसीदास ने रामचरित मानस की रचना की थी। इसीलिए इस क्षेत्र के लोगों को अयोध्या में भगवान श्रीराम के मन्दिर के निर्माण से अपार खुशी हो रही है। हम सभी की सांस।सांस में राम बसे हैं और राम से हमें कोई अलग नहीं कर सकता। सरकार का प्रयास है कि बुन्देेलखण्ड क्षेत्र के प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आये।