ऑस्ट्रेलिया और आईपीएल फ्रेंचाइजी चेन्नई सुपर किंग्स के पूर्व बल्लेबाज माइकल हसी ने कहा है कि चेन्नई सुपर किंग्स में महेंद्र सिंह धोनी और मुरली विजय, दो ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्हें वह अंत तक बल्लेबाजी करते देखना पसंद करते हैं। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट माइक हसी जिनको मिस्टर क्रिकेट भी कहा जाता है ने कहा कि एमएस धोनी अभी भी इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए एकदम फिट हैं।
माइक हसी का मानना है कि एमएस धोनी अभी भी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने के लिए काफी अच्छे हैं। उन्होंने कि आज तक वो धोनी जैसे किसी भी खिलाड़ी से नहीं मिले हैं। चेन्नई सुपर किंग्स के इंस्टाग्राम पेज पर हसी ने धोनी की जमकर तारीफ करते हुए उनके कमाल का खिलाड़ी और बेहतरीन कप्तान बताया।
चेन्नई सुपर किंग्स के बैटिंग कोच माइक हसी ने कहा है कि मैं धोनी को किसी भी स्थिति में पसंद करूंगा। माइक हसी ने कहा है, “हम सभी को टूर्नामेंट (IPL) से प्यार है। हमें भी इस वायरस का सम्मान करना होगा और अधिक से अधिक लोगों को सुरक्षित रखने के लिए सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। इसलिए जब चीजें बेहतर और सुरक्षित हो जाएंगी, तो हमारे पास टूर्नामेंट हो सकता है। ”
लॉकडाउन से पहले आइपीएल के 13वें सीजन की शुरुआथ के लिए एमएस धोनी ने सीएसके टीम के साथियों के साथ चेन्नई में प्रैक्टिस की थी। एमएस धोनी प्रैक्टिस सेशन में भी तूफानी अंदाज में नजर आ रहे थे और लंबे-लंबे शॉट खेल रहे थे। आइपीएल की फॉर्म से उनको भारत की टी20 वर्ल्ड कप टीम में जगह मिल सकती थी, लेकिन माइक हसी कुछ अलग सोचते हैं।
माइक हसी ने कहा है, “बेशक वह इंटरनेशनल क्रिकेट खेलने के लिए फिट है, लेकिन धोनी ही वो शख्स हैं जो बता सकते हैं कि उनके दिमाग में क्या चल रहा है।” उन्होंने कहा, “एमएस बहुत ही ज्यादा गणनात्मक हैं। मैं मैच को जल्दी से जल्दी खत्म करना चाहता था लेकिन एमएस हमेशा ना कह देते थे क्योंकि अब यह गेंदबाज आने वाला है गेंद डालने या कोई और यह हमें देखना होगा।”
हसी ने कहा “मैंने आज तक धोनी के जैसा किसी को नहीं देखा, मुझे नहीं लगता आज तक मैं धोनी जैसे किसी भी खिलाड़ी से मिला हूं इस सम्मान के साथ। हां उनके पास एक गणनात्मक दिमाग है लेकिन उनके पास अविश्वनीय ताकत भी है। उनको बिल्कुल सही तरीके से पता होता है कब छक्का मारना चाहते हैं और वह ऐसा कर भी सकते हैं। यह एक ऐसी चीज है जो मेरे पास नहीं।”
हसी ने धोनी और विजय को अपना फेवरेट जोड़ीदार बताया और कहा कि ये दोनों ही मैदान पर मुश्किल हालात में अपने खेल का स्तर और भी उंचा कर लेते हैं। विजय के साथ बल्लेबाजी करना टॉप ऑर्डर में मजेदार रहा। मैं मैदान पर थोड़ा घबराया हुआ होता था जबकि मुरली बेहद शांत और नियंत्रण में खेलते रहते थे। मैं उनके कहता था विजय थोड़ा ध्यान दो लेकिन वह अपनी ही रफ्तार से खेलते रहते थे।