संसद के बजट सत्र के पहले चरण का आज (शनिवार) आखिरी दिन है। आज लोकसभा में प्रश्नकाल नहीं हुआ। लोकसभा की कार्यवाही आज शाम 4 बजे के बदले सुबह 10 बजे से शुरू हुई। कोविड-19 संकट के कारण इस बजट सत्र की शुरुआत से लोकसभा की कार्यवाही 29 जनवरी और 1 फरवरी को छोड़कर शाम 4 बजे से आयोजित की जा रही थी। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज बजट पर लोकसभा में अपना वक्तव्य दिया। बता दें कि एक फरवरी को वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2021-2022 प्रस्तुत किया था।
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण लोकसभा में आज काफी आक्रामक मुद्रा में दिखाई दीं। उन्होने कहा, ‘मैं पूछ रही हूं कि यह साबित करें कि कहीं भी अगर एक भी एपीएमसी मंडी बंद हुई हो। हम एपीएमसी का ढांचा बढ़ाने के लिए राज्यों को फंड भी दे रहे हैं। वित्तमंत्री ने कहा ‘तीनों कृषि कानून आने के बाद देश भर में कहीं भी एपीएमसी बंद हुआ है क्या? कहीं भी बंद नहीं हुआ।”
तंज कसते हुए उन्होने कहा कि कांग्रेस बोल सकती थी कि “हम दो हमारे दो” में दामाद को आदेश देकर आए हैं कि जमीन वापस करो, लेकिन वह भी नहीं किया। वित्तमंत्री ने कहा कि “हमने सोचा कि राहुल तीनों कानूनों में कोई पॉइंट निकालेंगे और कहेंगे कि इसके वजह से किसान को नुकसान होने वाला है। इसलिए हम समर्थन नहीं करेंगे। कांग्रेस ने पहले समर्थन किया और अब मन बदल दिया। ऐसा क्यों।
वित्तमंत्री के अभिभाषण के प्रमुख अंश
- मैंने सोचा कि राहुल गांधी पंजाब में काले कानून पर बोंलेंगे, जिसमें किसानों को जेल भेजने और जुर्माने का प्रावधान है।इस पर राज्य के मुख्यमंत्री को इसे हटाने का आदेश देकर आया हूं, ऐसा खुलासा करेंगे। मगर ऐसा भी राहुल ने नहीं बोला – वित्त मंत्री
- मुझे उम्मीद थी कि राहुल गांधी भाषण देने से पहले इन राज्यों में कर्जमाफी क्यों नहीं हुई, इस पर बोलेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ- निर्मला
- राजस्थान में आज भी किसानों की कर्जमाफी नहीं हो रही है। कर्जमाफी राजस्थान, मध्य प्रदेश में भी नहीं हुई- निर्मला
- किसानों पर इतना ज्ञान देने वाली कांग्रेस किसानों की कर्जमाफी के बारे में चुनाव के वक्त वादे करती थी। जनता ने भरोसा करके वोट दिया। लेकिन मध्य प्रदेश में कर्जमाफी नहीं हुई। लोग कह रहे हैं कि कांग्रेस ने कर्जमाफी का बहाना करके वोट ले लिया। अब राज्य में कांग्रेस की सरकार नहीं रही है- निर्मला सीतारमण
कृषि कानूनों पर कांग्रेस ने समर्थन के बाद लिया यूटर्न
राहुल गांधी पर निर्मला सीतारमण ने कहा कि मुझे उम्मीद थी कि वह बजट पर चर्चा से पहले कृषि कानून पर कुछ बोलेंगे। कांग्रेस ने इस कानून पर यूटर्न लिया। पहले समर्थन करते थे और अब रुख क्यों बदला।
पीएम स्वनिधि योजना से गरीबों को फायदा हुआ। दलितों और पिछड़ों को फायदा हुआ। हम इनके लिए काम करते हैं…किसी दामाद के लिए काम नहीं करते- वित्त मंत्री
हमारे क्रोनी (करीबी दोस्त ) आम जनता है, जिन्हें सरकारी आवास मिलता है, स्वनिधि योजना का फायदा मिलता है। ये हमारे क्रोनी (करीबी मित्र) है- वित्त मंत्री
निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर हमला करते हुए कहा कि शशि थरूर यहां पर मौजूद हैं। केरल में जब उनकी पार्टी की सरकार थी तो इन लोगों ने एक क्रोनी को यहां बुलाया था। न कोई टेंडर न कुछ और, ये लोग हमें क्रोनी कैपिटलिस्ट कहते हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि केरल में कोई दामाद नहीं रहता है…दामाद यहां रहता है।
हम ऐसा नहीं करते हैं। 50 लाख सड़क व्यापारियों को 1 वर्ष के लिए कार्यशील पूंजी के रूप में 10,000 रुपये दिए जाते हैं। वे किसी की क्रोनीज नहीं हैं- वित्तमंत्री
‘हम 2 हमारे 2’ यह है कि – हम 2 लोग हैं जो पार्टी की देखभाल कर रहे हैं और 2 अन्य लोग हैं, जिन्हें मुझे ध्यान रखना है, बेटी और दामाद…। इसका ख्याल रखेंगे- वित्त मंत्री। लोकसभा में निर्मला सीतारमण के जवाब के दौरान बार बार दामाद शब्द गूंजा। वित्त मंत्री ने कहा कि हम न दामाद के लिए काम करते हैं और न ही करीबी मित्रों के लिए। हम जनता के लिए काम करते हैं। उन्होने कहा कि ये बजट पीएम नरेंद्र मोदी के अनुभवों पर आधारित है। जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे। तब 1991 के बाद लाइसेंस और कोटा राज जा रहा था। उस दौरान गुजरात में कई काम हो रहे थे और उसी अनुभव के आधार पर अपने रिफॉर्म्स को इस बजट में शामिल किया।
2013-14 में राजस्व के तहत 1,16,931 करोड़ रुपये, पूंजी के तहत 86,741 करोड़ और 44,500 करोड़ रुपये पेंशन के तहत आवंटित किए गए थे। अब राजस्व के तहत 2,09,319 करोड़, पूंजी के तहत 1,13,734 करोड़ और पेंशन के तहत 1,33,825 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं- वित्त मंत्री
इस बार के बजट को इस तरीके से तैयार किया गया है, जिससे देश के हर नागरिकों की आकंक्षाओं को पूरा किया जा सके। सरकार को देश के युवाओं पर पूरा भरोसा है- वित्त मंत्री
कोरोना महामारी के बावजूद भारत आत्मनिर्भर बनेगा।कोरोना भी हमारी सरकार को सुधार करने से नहीं रोक पाया। आने वाले समय में भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में से एक होगा- निर्मला सीतारमण
महामारी की स्थिति में भी सरकार ने प्रोत्साहन और सुधार जैसे कार्य किए हैं। महामारी जैसी चुनौतीपूर्ण स्थिति सरकार को इस देश में दीर्घकालिक विकास को बनाए रखने के लिए आवश्यक सुधारों पर फैसले लेने से नहीं रोक सकती है- निर्मला सीतारमण
मैं दृढ़ता से स्थापित करूंगी कि पानी और स्वच्छता लाने के बावजूद, कोर स्वास्थ्य के लिए आवंटन में कमी नहीं आई है। इसके विपरीत, यह बढ़ा है- निर्मला सीतारमण
बजट भाषण में मैंने बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि हम स्वास्थ्य के लिए एक समग्र दृष्टिकोण ले रहे हैं- वित्त मंत्री
सवाल था कि आपने खेती के बजट को 10 हजार करोड़ क्यों कम किया? आपको किसानों की चिंता नहीं है? इसे ठीक से नहीं समझा गया। क्योंकि पीएम किसान सम्मान योजना के शुरू होने से लेकर 10.75 करोड़ किसानों के बैंक खातो में 1.15 लाख करोड़ ट्रांसफर किया गया- वित्त मंत्री
राज्यसभा की कार्यवाही हालांकि आठ मार्च तक के लिए स्थगित कर दी गई है, लेकिन संसद के ऊपरी सदन में कामकाज की दृष्टि से बजट सत्र का पहला हिस्सा काफी प्रोडक्टिव रहा है। शुक्रवार (12 फरवरी) को सत्र के पहले हिस्से का समापन हो गया। दो हफ्ते तक चली सदन की कार्यवाही के दौरान 99 प्रतिशत प्रोडक्टिविटी थी।
यह बजट नीतियों पर आधारित है। हमने अर्थव्यवस्था को खोला और कई सुधार किए। भाजपा ने लगातार भारत, भारतीय व्यवसाय और अर्थव्यवस्था की मजबूती पर विश्वास किया। यह जनसंघ से लेकर अभी तक चल रहा है।भारतीय उद्यम जिस सम्मान के हकदार थे हमने वह दिया- निर्मला सीतारमण
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहुल पर कसा तंज, दिलाई ‘दामाद’ की याद
शनिवार को लोकसभा में बजट सत्र के पहले चरण के आखिरी दिन बजट पर चर्चा के जवाब देते समय केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। उन्होंने राहुल गांधी के ‘हम दो हमारे दो’ वाले बयान पर कटाक्ष करते हुए लोकसभा में यूपीए की सरकार में दामाद की याद दिलाई। उन्होंने बिना नाम लिए हुए गांधी परिवार पर दामाद शब्द का प्रयोग करते हुए तंज कसा। आपको बता दें कि इसके पहले गुरुवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा में वित्त मंत्री और पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा था कि क्रोनी आम जनता है। न कि कुछ गिने चुने लोग। वित्तमंत्री ने आगे कहा कि हमारी क्रोनी वो जनता है जिन्हें पीएम मोदी पर विश्वास है। हम किसी दामाद के लिए काम नहीं करते हैं। राहुल गांधी पर हमला करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस “हम दो हमारे दो” के सिद्धांत पर चल रही है।
वित्त मंत्री ने कहा-दामाद केरल में नहीं यहां रहता है
लोकसभा में कांग्रेस पर हमला बोलते हुए वित्तमंत्री ने कहा कि शशि थरूर यहां पर मौजूद हैं। केरल में जब उनकी पार्टी की सरकार थी तो इन लोगों ने एक क्रोनी को यहां बुलाया था। उस समय कांग्रेस सरकार ने न तो कोई टेंडर डाला था और न ही कोई घोषणा की थी। वित्त मंत्री ने हमला जारी रखते हुए आगे कहा कि, कुछ और ये लोग हमें क्रोनी कैपिटलिस्ट कहते हैं? ऐसा इसलिए है क्योंकि केरल में कोई दामाद नहीं रहता है…दामाद तो यहां रहता है। वित्त मंत्री ने कहा कि हमारी क्रोनी आम जनता है, जिन्हें सरकारी आवास मिलता है, स्वनिधि योजना का फायदा मिलता है। ये हमारे क्रोनी है।