लखनऊ हुनर हाट में ओडीओपी और लोकल फ़ॉर वोकल एक साथ चरितार्थ हुए। पूरे देश के स्थानीय उत्पादों का यह विलक्षण प्रदर्शन था। भारत की विविधता का यहां आकर्षक दृश्य था। इन सबके पीछे विकास का विश्वास व जज्बा था। भारत को एक सूत्र में जोड़ने का विचार भी परिलक्षित था।
भारत के प्रत्येक क्षेत्र प्राचीन काल से ही अपने किसी ना किसी स्थानीय औद्योगिक य कृषि उत्पाद के लिए प्रसिद्द रहे है। इनके बल पर ही भारत दुनिया का सबसे समृद्ध देश था। लोग इसे सोने की चिडिया कहते थे। कालांतर में इनकी उपेक्षा भी हुई। पिछली सरकारों ने इसके प्रति कोई रुचि नहीं दिखाई।
योगी ने शुरू किया था ODOP
योगी आदित्यनाथ ने मुख्यमंत्री बनने के बाद एक जिला एक उत्पाद योजना लागू की थी। इसे राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठा मिली। यह योजना अब राष्ट्रीय अभियान के रूप में आगे बढ़ रही है। हुनर हाट में इनको एक साथ देखना अद्भुत था। इस आयोजन में उनतीस लाख से ज्यादा लोग आये और पुश्तैनी दस्तकारों, शिल्पकारों के उत्पाद खरीदकर वोकल फॉर लोकल’ अभियान का हिस्सा बने।
समापन कार्यक्रम में केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि हुनर हाट में जहां देश के हर क्षेत्र के स्वदेशी हस्तनिर्मित दुर्लभ उत्पाद उपलब्ध थे वहीं,दूसरी और यहां आने वाले लोगों ने देश के विभिन्न क्षेत्रों के पारम्परिक लजीज पकवानों का भी लुत्फ उठाया। हुनर हाट ई प्लेटफार्म पर भी देश विदेश के लोगों के लिए उपलब्ध रहा,जहां लोगों ने सीधे दस्तकारों, शिल्पकारों, कारीगरों के स्वदेशी सामानों को सराहा और खरीदा। उन्होंने बताया कि हुनर हाट अब जेम पोर्टल गवर्नमेंट इ मार्केटप्लेस पर भी उपलब्ध है। तेईस जनवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हुनर हाट का उद्घाटन किया था।
हुनर हाट में लखनऊ की चिकनकारी भदोही की कालीन वाराणसी का सिल्क गोरखपुर का टेराकोटा फिरोजाबाद का ग्लास मुरादाबाद का पीतल आगरा कानपुर की लेदर,पीलीभीत की बांसुरी,अयोध्या का गुड़,अमेठी का मूंज, बंदायू की जरी जरदोजी, बलिया की बिंदी, मिर्जापुर की कालीन, कुशीनगर के केले से बने उत्पाद के प्रति लोगों ने खासी दिलचस्पी दिखाई।
लोकल फ़ॉर वोकल
आत्मनिर्भर भारत अभियान के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकल फ़ॉर वोकल का आह्वान किया था। लखनऊ हुनर हाट में यह चरितार्थ हुआ। उत्तर प्रदेश सहित इकतीस राज्यों के सैकड़ों हुनरमंद इसमें सहभागी हुए। लखनऊ के हुनर हाट के ई प्लेटफॉर्म पर विदेशों तक से लोग जुड़े। इसके अलावा जेम पोर्टल पर भी हुनर हाट उपलब्ध है। केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने को हुनर हाट समापन किया। उन्होंने कहा कि हुनर हाट में आंध्र प्रदेश, असम, बिहार,चंडीगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, जम्मू कश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरल, लद्दाख, मणिपुर, मेघालय आदि जगहों से लोग हुनर के उस्ताद लेकर शामिल हुए।
इन दस्तकारों ने एप्लिक, अजरख,आर्ट मेटल, बाघ प्रिंट,बाटिक, बंधेज, बस्तर की जड़ी बूटियां, ड्राई फ्लावर्स, पश्मीना, रामपुरी वायलिन वुड आदि के उत्पाद बिक्री के लिए लगाए थे।
हाट में प्रतिदिन शाम को कलाकारों द्वारा आत्मनिर्भर भारत थीम पर सांस्कृतिक कार्यक्रम भी कराए गए। साथ ही पिछले छह वर्षों में हुनर हाट के जरिए पांच लाख कारीगरों को एक प्लेटफॉर्म मुहैया कराया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि आगे के हुनर हाट कर्नाटक, दिल्ली, कोटा आदि जगहों पर होंगे।