कोरोना वायरस की वैक्सीन के सफल होने की खबर से कच्चे तेल के बाजार को पंख लग गए हैं. इस पर कच्चा तेल उत्पादन करने वाले देशों के संगठन ओपेक ने भी इसी हिसाब से रणनीति बनाने का संकेत दिया है. इसी वजह से कुछ ही दिन पहले तक 40 डॉलर प्रति बैरल के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे रहने वाला ब्रेंट क्रूड अभी 45 डॉलर के पार चला गया है.
बताया जाता है कि अगले वषज़् की शुरूआत में यह 58 डॉलर प्रति बैरल से उपर जाएगा. घरेलू बाजार में देखें तो पेट्रोल-डीजल के दाम में 48 दिनों के विराम के बाद, आज लगातार चौथे दिन पेट्रोल-डीजल के दाम बढ़ गए.
सरकारी तेल विपणन कंपनियों ने आज दिल्ली में जहां पेट्रोल 7 पैसे प्रति लीटर महंगा कर दिया तो डीजल में भी 18 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की है. सोमवार को दिल्ली में पेट्रोल 81.53 रुपये पर तो डीजल 71.25 रुपये प्रति लीटर पर पहुंच गया.
बीते अगस्त के दूसरे पखवाड़े की शुरूआत से ही पेट्रोल की कीमतों में जो आग लगनी शुरू हुई थी, वह बीते एक सितंबर तक जारी रही थी. यदि दिल्ली की बात करें तो यहां बीते 13 किस्तों में पेट्रोल प्रति लीटर 1.65 पैसे महंगा हुआ था. उसके बाद कुछ दिनों तक स्थिर रहने के बाद बीते 10 सितंबर के बाद इसमें ठहर-ठहर कर कमी का रुख था और पिछले महीने इसमें 1.19 रुपये की कमी हो चुकी है.