लखनऊ। एसआर ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन लखनऊ में “कोविड अवेयरनेस अवार्ड” का आयोजन किया गया। इस अवार्ड को कोरोना वैश्विक महामारी संकट के दौरान देशवासियों को ज्ञानी मनीषियों के द्वारा जागरूक करने हेतु एसआर ग्रुप एवं एसोसिएशन ऑफ केमिस्ट्री टीचर्स के तत्वाधान में एक दर्जन से भी अधिक वेबीनार एवं दो अंतरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस कराई गयी। जिनका उद्देश्य विश्व में व्याप्त इस महामारी से अपने संरक्षण एवम चिकित्सा, दया, करुणा से लोगों को जागरूक करना एवं क्या-क्या सावधानी बरती जाए इन के विषय में लोगों को अवगत कराया गया और साथ ही साथ इस दौरान कैसे हम अपनी इम्यूनिटी को सही रखें और क्या भोजन करें जिससे कि हमारा शरीर स्वस्थ रहें इसके विषय में विभिन्न जानकारियां लोगों को उपलब्ध कराई गई थी।
भारत में 16 जनवरी से शुरू हुए कोरोना टीकाकरण अभियान को सफल बनाने हेतु उपरोक्त कार्यक्रम में शपथ भी ली गई कि हर व्यक्ति को जागरूक किया जाए एवं अफवाहों से बचना भी अत्यंत आवश्यक है। कोरोना अवेयरनेस अवार्ड कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रुप में डॉ. कर्नल मुकुल सक्सेना डायरेक्टर इंटीग्रल इंस्टीट्यूट आफ एलाइड लाइफ साइंसेज उपस्थित रहे। कर्नल सक्सेना ने शिक्षकों की भूमिका की सराहना की एवं उनके कर्तव्यों को उचित ढंग से कैसे निभाए इसके लिए अपने विचार व्यक्त किए।
संस्थान के चेयरमैन पवन सिंह चौहान ने सभी शिक्षकों का आभार व्यक्त करते हुए शिक्षक को शिक्षक ना होकर एक अभिभावक की भूमिका में रखा एवं जीवन के संघर्षों को खुशी-खुशी सहन करने का आह्वाहन किया। श्री चौहान ने सभी शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि हर शिक्षक का ये दायित्य है कि वो अपने जीवन के हर एक क्षण को समाज के निर्माण और ज्ञान फैलाकर उसकी सुरक्षा व संघटित करने में तत्पर रहे।
संस्थान ने विभिन्न जिलों से आए हुए शिक्षकों को सम्मान स्वरूप एक अंग वस्त्र एवं फूलों की माला पहनकर उनका स्वागत किया। सभी शिक्षकों ने सम्मान पाकर खुद को बहुत गौरवान्वित महसूस किया।
उपरोक्त कार्यक्रम में मौजूद संस्थान के वाइस चेयरपर्सन इंजीनियर पीयूष सिंह चौहान ने शिक्षकों की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए उनके द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की। उपरोक्त कार्यक्रम में केकेसी के डॉ. डीके अवस्थी, रसायन विज्ञान के शिक्षको का संघ, नॉर्थ जोन डॉ. श्रद्धा सिन्हा, डॉ. एनके अवस्थी, डॉ. सीमा जोशी, डॉ. मीत कमल, डॉ. अर्चना दीक्षित, डॉ. अलका तंगरी आदि लगभग 100 शिक्षकों ने अपनी भागीदारी सुनिश्चित कराई।