प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिवसीय मॉरीशस दौरे पर हैं। अपने दौरे के दूसरे दिन वह मॉरीशस के राष्ट्रीय दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। बाद में उन्होंने महाकुंभ से लाया गया पवित्र जल पोर्ट लुईस के गंगा तलाव में चढ़ाया। यह दोनों देशों के संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ भारत की समृद्ध आध्यात्मिक विरासत को दुनिया के साथ साझा करने का प्रतीक है। प्रयागराज में हाल ही में महाकुंभ संपन्न हुआ, जो एकता और श्रद्धा का एक भव्य उत्सव था। महाकुंभ के दौरान संगम में डुबकी लगाने के लिए लाखों श्रद्धालु एकत्र हुए थे।
गंगा तलाव मॉरीशस का एक प्रमुख तीर्थस्थल है और वहां गंगा जल चढ़ाकर पीएम मोदी ने दोनों देशों के सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंधों को मजबूत किया। गंगा तलाव को पोर्ट लुईस में ग्रैंड बेसिन के नाम से भी जाना जाता है और यह मॉरीशस के हिंदुओं के लिए एक पवित्र झील है। पीएम मोदी ने वहां जाकर पूजा-अर्चना और आरती की।
सीएनएन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1887 में एक पुजारी ने सपने में ग्रैंड बेसिन में गंगा माता को जल के रूप में देखा था। उन्होंने इस सपने के बारे में लोगों को बताया और इस तरह यह बात पूरे मॉरीशस में फैल गई। उसी साल श्रद्धालु ग्रैंड बेसिन तक पैदल चल कर आए और जल चढ़ाया। इसके बाद मॉरीशस मे प्रवासी भारतीयो के लिए यह एक सांस्कृतिक केंद्र बन गया। बाद में इसकी जड़ को दक्षिण एशिया से जोड़कर देखा गया।