प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्बेकिस्तान की राजधानी समरकंद में आयोजित एससीओ समिट में हिस्सा लिया. यहां उन्होंने अपनी बात रखते हुए कहा कि एससीओ की भूमिका पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हो चली है.
पीएम नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को SCO शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वह भारत को एक मैन्युफैक्चरिंग हब में तब्दील करना चाहते हैं। SCO शिखर सम्मेलन अन्य मुद्दों के बीच क्षेत्रीय सुरक्षा चुनौतियों, व्यापार और ऊर्जा आपूर्ति को बढ़ावा देने पर विचार-विमर्श करने को तैयार है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज एससीओ में शामिल देश तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि पूरी दुनिया उर्जा और खाद्य संकट से जूझ रहा है, जिसमें एससीओ देश महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि भारत स्वास्थ्य, शिक्षा, टेक्नोलॉजी की दुनिया में बेहद तेजी से आगे बढ़ रहा है.
पीएम मोदी ने शिखर सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘भारत में 70,000 से ज्यादा स्टार्ट-अप हैं। हम जन केंद्रित विकास मॉडल पर फोकस कर रहे हैं। हम प्रत्येक क्षेत्र में इनोवेशन का समर्थन कर रहे हैं। भारत की इकॉनमी के इस साल 7.5 फीसद की दर से बढ़ने की संभावना है। मुझे प्रसन्नता है कि हमारी अर्थव्यवस्था विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।’
मौजूदा समय में एससीओ के 8 पूर्णकारिक सदस्य देश हैं, जिसमें चीन, भारत, कजाखस्तान, किर्गिज्स्तान, रूस, पाकिस्तान, तजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल है.