केंद्र सरकार की तरफ से गरीबों और किसानों के लिए तमाम योजनाएं शुरू की गई हैं. फरवरी 2019 में शुरू की गई पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan) योजना से करोड़ों किसान लाभान्वित हो रहे हैं. पिछले दिनों पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार की तरफ से किसानों को सस्ती दर पर खाद और बीज उपलब्ध कराने के लिए इस साल 2.5 लाख करोड़ से ज्यादा खर्च किया जाएगा. उन्होंने बताया कि किसानों को महंगे उर्वरकों से राहत देने के लिए पिछले आठ साल में करीब 10 लाख करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान कहा था कि सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत किसानों के बैंक अकाउंट में दो लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि भेजी है. पीएम किसान की 12 किस्त किसानों के खातों में ट्रांसफर की जा चुकी हैं. 13वीं किस्त के 26 जनवरी से पहले किसानों के खाते में आने की उम्मीद है. 12वीं किस्त का फायदा 8.42 करोड़ से ज्यादा किसानों को मिला है. आपको बता दें देशभर में 14 करोड़ से ज्यादा किसान हैं. महंगे उर्वरकों से राहत देने के लिए खर्च की जाने वाली रकम का फायदा सभी किसानों को मिलेगा.
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि यूरिया को भविष्य में एक ही ब्रांड ‘भारत यूरिया’ के तहत उपलब्ध कराया जाएगा. पहले किसानों को कई तरह के उर्वरक होने के कारण समस्या का सामना करना पड़ा है. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि दुनिया के बुरी स्थिति से गुजरने के बावजूद भारत तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में लगातार अग्रसर है. प्रधानमंत्री ने यह भी कहा विशेषज्ञों के अनुसार 1990 के बाद तीन दशक में देश ने जो विकास देखा है, वो पिछले आठ साल के दौरान हुए बदलावों के कारण कुछ ही सालों में होगा.
पिछले दो-तीन साल से दुनियाभर के देश कोविड-19 महामारी से लड़ रहे हैं. दूसरी तरफ संघर्ष और सैन्य कार्रवाइयां हो रही हैं. इसका असर देश और दुनिया दोनों पर पड़ रहा है. मोदी ने कहा, इन विकट परिस्थितियों के बीच भी जानकारों का यही कहना है कि भारत जल्द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा.