अमेरिका में बीते साल प्रदर्शन के दौरान हुई अश्वेत नागरिक जॉर्ज फ्लॉयड की हत्या के मामले में पूर्व मिनियापोलिस अधिकारी डेरेक चॉविन को दोषी ठहराया गया है. खास बात है कि अब चॉविन दशकों के लिए जेल भेजे जा सकते हैं. श्वेत पुलिस अधिकारी चॉविन पर आरोप है कि उन्होंने 46 वर्षीय फ्लॉयड पर 9 मिनट 29 सेकंड तक फ्लॉयड की गर्दन अपने घुटने से दबाई, जिससे उसकी मौत हो गई.
6 श्वेत और इतने ही अश्वेत लोगों की ज्यूरी ने करीब 10 घंटों के विचार-विमर्श के बाद अपना फैसला सुनाया. चॉविन सभी मामलों में दोषी पाए गए हैं. अदालत की तरफ से फैसला सुनाए जाने के तुरंत बाद ही चॉविन की जमानत निरस्त हो गई थी. इसके बाद उन्हें हथकडिय़ों में ले जाया गया. खास बात है कि फैसला सुनाने वाले ज्यूरी के नामों का खुलासा नहीं किया गया है. वहीं जब तक जज खुद यह फैसला नहीं कर लेते, तब तक उनके नामों को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा.
6 साल के फ्लॉयड को बीते साल 25 मई को सिगरेट के पैकेट के लिए 20 डॉलर के नकली नोट चलाने के संदेह में गिरफ्तार किया गया था. इस दौरान उसने पुलिस का विरोध किया और बताया कि वह क्लॉस्ट्रोफोबिक यानि बंद जगहों से डरने वाला है. इसके बाद पुलिस ने उसे जमीन पर पटक दिया था. इस मामले का एक वीडियो भी सामने आया था, जिसमें फ्लॉयड लगातार दावा कर रहा है कि वो सांस नहीं ले पा रहा है.
यह वीडियो पूरे मामले का केंद्र बिंदु रहा. वीडियो में चॉविन, फ्लॉयड को उसकी गर्दन के करीब घुटने से दबा कर रखा है. वहीं घटनास्थल पर मौजूद लोग लगातार चॉविन से रुकने के लिए कह रहे हैं. इसके कुछ ही देर बाद फ्लॉयड शांत हो जाता है. अश्वेत नागरिक की मौत के बाद से ही मिनियापोलिस में प्रदर्शन शुरू हो गए थे. इलाके में हिंसा भड़क गई थी. पूरे अमेरिका में बड़े स्तर पर इस घटना का विरोध हुआ था.