- वेतन विसंगति और निगम कर्मचारी की मृत्यु को लेकर निगम मुख्यालय पर हंगामा
- पुलिस ने घंटो मशक्कत के बाद पाया हालात पर काबू
लखनऊ. नगर निगम मुख्यालय पर पूर्व घोषित विरोध प्रदर्शन के दौरान निगम कर्मचारी नारेबाजी करते हुए आपस में तब भिड़ गए, जब दूसरे गुट के नेता ने कर्मचारियों को उनकी मांगों को लेकर काली पट्टी बांधने से रोक दिया। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की काफी समय से चली आ रही समस्या को लेकर कर्मचारी कई बार शासन प्रशासन को अवगत कराते हुए ज्ञापन दे चुके हैं। जिसे दूर करने के लिए आश्वासन भी दिया जा चुका है। लेकिन अभी तक समस्या बनी हुई है। जिससे आक्रोशित कर्मचारियों ने शुक्रवार सुबह एकत्रित होकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया । लेकिन मामला तब बिगड़ गया जब कर्मचारी आपस में ही भिड़ गए। इसके बाद मामला तब और गंभीर हो गया, जब मार्ग प्रकाश विभाग में पिछले 17 वर्षों से कार्यरत की कार्य करते हुए अचानक गिरने से घायल हो गया। जिससे उसकी अस्पताल में मृत्यु हो गयी। मृतक के परिवार वालों के साथ कर्मचारी मुआवजा और नौकरी की मांग कर रहे थे। लेकिन हंगामा इतना अधिक बढ़ गया कि कर्मचारी और अधिकारी भी काम छोड़कर भागने लगे। उच्चाधिकारियों तक जब मामले की खबर पहुची तो उन्होंने तत्काल पुलिस को बुला लिया। इसके साथ ही कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े रहे। जिसमें मृतक के परिजन को अपर नगर आयुक्त ने 2 लाख मुआवजा और नौकरी देने का लिखित में आश्वावासन दिया। इसके साथ सुचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने जाकर हंगामा काट रहे कर्मचारियों को बड़ी मशक्कत से शांत करवाया। घण्टों चले हंगामे के बाद हालात काबू में हो सके।