लखनऊ। उच्च कोटि की यात्री सुविधाओं एवं गुणवत्तापरक खानपान का सामान तथा पेय पदार्थों की उपलब्धता की दिशा में निरंतर प्रयासरत रहते हुए उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल द्वारा लगातार अनेक कार्यकलापों एवं गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।
मंडल रेल प्रबंधक सुरेश कुमार सपरा द्वारा इस विषय को अत्यंत गंभीरता से लेते हुए उनके कुशल दिशा-निर्देशन में मंडल द्वारा एक सुनियोजित नीति का निर्धारण कर उसका अनुसरण करते हुए इस विषय में आवश्यक कदम उठाये जा रहे हैं। जिसके तहत 16 मार्च को मंडल के वाणिज्य विभाग की कैटरिंग टीम द्वारा अनाधिकृत वेंडरों के विरुद्ध एक औचक जांच का आयोजन किया गया।
इस औचक जांच के दौरान टीम द्वारा गाड़ी संख्या 14674 (अमृतसर-जयनगर एक्सप्रेस) पर लखनऊ-बाराबंकी रेलखंड पर जांच करते समय सात वेंडरों को अनाधिकृत रूप से गाड़ी पर चाय, समोसा, एवं अप्रमाणित पानी की बोतलें इत्यादि बेचते हुए पकड़ा गया। जांच करने पर इन सातों व्यक्तियों के पास से खानपान के सामान को बेचने सम्बन्धी किसी भी प्रकार का कोई वैध प्राधिकार पत्र नहीं पाया गया। अतः उक्त सातों वेंडरों को पकड़कर इनके विरुद्ध नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही हेतु इनको आर.पी.एफ., बाराबंकी के सुपुर्द कर दिया गया।
इसी क्रम में टीम द्वारा लखनऊ स्टेशन पर गाड़ी संख्या 15716 (गरीब नवाज़ एक्सप्रेस) पर एक अनधिकृत वेंडर को चाय के कंटेनर एवं खाद्य सामग्री के साथ पकड़ा, इस व्यक्ति के पास खानपान के सामान को बेचने सम्बन्धी किसी भी प्रकार का कोई वैध प्राधिकार पत्र नहीं पाया गया। इस अवैध वेंडर को पकड़कर उसके विरुद्ध नियमानुसार अग्रिम कार्यवाही हेतु इनको आर.पी.एफ. लखनऊ के सुपुर्द कर दिया गया। मंडल रेल प्रबंधक, सुरेश कुमार सपरा ने इस विषय में जानकारी दी कि मंडल अपने सम्मानित यात्रियों को श्रेष्ठतम यात्री सुविधाओं एवं उच्च कोटि की खान-पान की वस्तुओं की उपलब्धता हेतु पूर्ण प्रतिबद्धता से प्रयत्नशील है तथा इस प्रकार के जांच आयोजनों द्वारा जहाँ अनाधिकृत वेंडरों पर अंकुश लगेगा वहीँ दूसरी ओर यात्रियों को उच्च गुणवत्तापूर्ण खानपान की सामग्री भी उपलब्ध हो सकेंगी।
रिपोर्ट-दयाशंकर चौधरी