लखनऊ। नगर Corporation में पिछले 15 वर्षों से कार्यरत कर्मचारियों को अचानक शासनादेश के निरस्तीकरण का हवाला देते हुए निकालने के विरोध में रैली निकाली गई। निगम कर्मचारियों ने शासनादेश संख्या 104 म.न.वि./9-1-12-203स/10 को निरस्त करके बारह सूत्रीय मांगों को शासन प्रशासन से मांग की है। कर्मचारियों ने बालाकदर मार्ग प्रकाश विभाग से लालबाग नगर निगम मुख्यालय तक शान्ति पूर्ण रैली निकाली। लालबाग नगर निगम मुख्यालय पर भव्य सभा में निकाय के वरिष्ठ नेताओं ने कहा कि जिस शासन के कारण पिछले 10-15 वर्ष से नियमित रूप में सेवा कर रहे हैं।
- कर्मचारियों को अनियमित मानकर निकाला जा रहा है।
- वक्ताओं ने कहा कि एक ओर जहां योगी सरकार चार-पांच साल में कई लाख लोगों को रोजगार देने का दावा कर रही है।
- निकाय में कार्यरत कर्मचारियों को सरकार अवैध तरीके से बेरोजगार कर रही है।
- कर्मचारियों के साथ उनके परिवार पर दोराहे पर संकट खड़ा कर रही है।
Corporation मांगों के न पूरी होने पर 19 मार्च से भूख हड़ताल पर
निगम कर्मचारियों को 10-15 वर्ष काम करने के बाद अब उनके भविष्य को बिना सोचे समझे सरकार बेरोजगारी की कगार पर खड़ी कर रही है।
- कर्मचारियों का चयन निकाय के जिम्मेदार और पात्र अधिकारियों के माध्यम से हुआ था।
- उन्हें अवैध कैसे किया जाएगा।
- संघ ने कहा 19 मार्च से पहले उनकी मांगों पर निर्णय नहीं लिया जाता है।
- तो कर्मचारी भूख हड़ताल करने के लिए मजबूर होंगे।
- इस मौके पर नगर निगम कर्मचारी संघ के समस्त कर्मचारी मौजूद रहे।