लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल एवं अध्यक्ष रामपुर रजा लाइब्रेरी बोर्ड आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज यहाँ राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष में बोर्ड की 51वीं बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जनपद रामपुर के जिलाधिकारी एवं निदेशक रजा लाइब्रेरी बोर्ड रवीन्द्र कुमार मंडेर ने राज्यपाल को 50वीं बैठक के निर्णयों पर अनुपालन की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया।
उन्होंने बताया रजा लाइब्रेरी का भवन एक हेरिटेज भवन है और दर्शनीय है। इस भवन को पर्यटन आकर्षण के तौर पर विकसित किया जा सकता है। राज्यपाल ने इसका प्रचार-प्रसार कर दर्शकों को आकर्षित करने का निर्देश दिया। लाइब्रेेरी में आने वाले विजिटर्स की संख्या, लाइब्रेरी में उपलब्ध पुस्तकों, दुर्लभ दस्तावेजों,नयी पुस्तकों के प्रकाशन की व्यवस्था, शोधकर्ताओं हेतु पुस्तकालय की उपादेयता पर भी विस्तृत चर्चा की और पुस्तकालय को अधिक उपयोगी बनाए जाने तथा पुस्तकों को डिजिटल करने पर जोर दिया। राज्यपाल ने पुस्तकों के डिजिटाइजलेशन हेतु बजट के लिए सभी अधिकृत सरकारी संस्थाओं के साथ-साथ निजी संस्थाओं से उनके सीएसआर फण्ड के उपयोग हेतु अनुरोध करने का निर्देश दिया।
राज्यपाल ने कहा कि पुस्तकालय से ऐसी पुस्तकों के प्रकाशन को प्राथमिकता दी जाए, जिसे खरीदने में पाठकों की रूचि अधिक हो। उन्होंने निर्देश दिया कि पुस्तकालय के आयोजनों में स्कूल एवं महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं की प्रतिभागिता कराई जाए जिससे उनकों पुस्तकालय में उपलब्ध पुस्तकों की जानकारी तथा सम्बन्धित गतिविधियों का ज्ञान प्राप्त हो।बैठक में प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी ने लाइब्रेेरी के विविध कार्यों हेतु वित्तीय व्यवस्था पर महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
उन्होेंने रजा लाइब्रेेरी द्वारा भाषा विश्वविद्यालयों के साथ एमओयू करने के राज्यपाल के सुझाव को महत्वपूर्ण बताया तथा ई-रीडिंग सुविधा बढ़ाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा ये हेरिटेज बिल्डिंग है, इसमें दर्शकों की संख्या बढाने के लिए निकटतम मुख्य राजमार्ग पर प्रचार बोर्ड लगाए जा सकते हैं।