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बतौर अध्यक्ष रूस का कार्यकाल शुरू, पांच और देश पूर्णकालिक सदस्य बने; राष्ट्रपति पुतिन ने कही यह बात

पांच देशों का समूह- ब्रिक्स अब 10 देशों का संगठन बन चुका है। इस साल ब्रिक्स की अध्यक्षता रूस को मिली है। अध्यक्षता मिलने के बाद रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा, नए पूर्णकालिक सदस्यों का ब्रिक्स में शामिल होना काफी सकारात्मक पहल है। पांच और देशों के शामिल होने से संगठन का दायरा बढ़ेगा। पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स का विस्तार अंतरराष्ट्रीय मामलों में इसकी अहम भूमिका का मजबूत संकेत है। पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स के विस्तार का मकसद समान वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करना है।

अर्जेंटीना सहित छह देशों को शामिल करने का प्रस्ताव, एक देश पीछे हटा
बता दें कि ब्रिक्स में मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) नए सदस्य हैं। इसी के साथ ब्रिक्स समूह अब 10 देशों का संगठन बन गया है। अगस्त, 2022 में दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन आयोजित हुआ था। शीर्ष ब्रिक्स नेताओं ने एक जनवरी से अर्जेंटीना सहित छह देशों को इस समूह में शामिल करने के प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। हालांकि, अर्जेंटीना के नए राष्ट्रपति जेवियर माइली ने पिछले हफ्ते ब्रिक्स से किनारा करने का एलान किया। बता दें कि BRICS में (ब्राजील-रूस-भारत-चीन-दक्षिण अफ्रीका) पहले से ही सदस्य हैं।

सकारात्मक और रचनात्मक सहयोग का प्रयास
पुतिन ने कहा, रूस सभी संबंधित देशों के साथ सकारात्मक और रचनात्मक सहयोग का प्रयास करेगा। उन्होंने कहा कि BRICS के ध्येय / आदर्श वाक्य- ‘समान वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद की मजबूती’ को चरितार्थ करने का प्रयास किया जाएगा। वे इसी तरीके से काम पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

पारस्परिक हितों पर विचार और आम सहमति पर भी ध्यान
रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने सोमवार को कहा, ब्रिक्स में सदस्य देशों की संख्या लगातार बढ़ रही है। संगठन अपने आदर्श के कारण समर्थकों और समान विचारधारा वाले देशों का ध्यान खींच रहा है। उन्होंने संगठन के अंतर्निहित सिद्धांतों के रूप में- संप्रभुता, समानता, विकास के अलग-अलग रास्तों का सम्मान, पारस्परिक हितों पर विचार और आम सहमति का जिक्र किया।

लगभग 30 और देश ब्रिक्स से जुड़ने को तैयार
ब्रिक्स भागीदार देशों की एक नई श्रेणी बनाने के तौर-तरीकों पर काम करने का आश्वासन देते हुए पुतिन ने कहा, हम इस बात पर निश्चित विचार करेंगे कि कितने और देश किसी न किसी रूप में ब्रिक्स के बहुआयामी एजेंडे से जुड़ने को तैयार हैं। उन्होंने कहा कि लगभग 30 देश ब्रिक्स के साथ जुड़ सकते हैं। हम ब्रिक्स भागीदार देशों की नई श्रेणी बनाने पर काम करना शुरू करेंगे।

विदेश नीति समन्वय बढ़ाने पर भी काम करेंगे
रूस ने कहा कि ब्रिक्स एक संगठन के रूप में तीन प्रमुख क्षेत्रों में साझेदारी जारी रखेगा। पुतिन के मुताबिक, राजनीति और सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और वित्त के साथ-साथ सांस्कृतिक और मानवीय संपर्कों के सभी पहलुओं को बढ़ावा देना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि सदस्य देशों के बीच विदेश नीति समन्वय बढ़ाने पर भी काम किया जाएगा। अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय सुरक्षा के मोर्चे पर मिल रही चुनौतियों से निपटने के लिए संयुक्त और प्रभावी प्रतिक्रिया का प्रयास किया जाएगा।

राष्ट्रपति ने रूस की प्राथमिकता भी बताई, 200 से अधिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा
पुतिन के मुताबिक ब्रिक्स के सदस्य देश, ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने पर भी काम करेंगे। इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय मौद्रिक प्रणाली में भी ब्रिक्स की भूमिका बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा। आपसी व्यापार में राष्ट्रीय मुद्राओं का उपयोग किया जाएगा। रूस की प्राथमिकताओं पर राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, विज्ञान, उच्च प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य सेवा, पर्यावरण संरक्षण, संस्कृति और खेल के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाएगा। रूस के अलग-अलग शहरों में 200 से अधिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

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