रायबरेली। समाजवादी पार्टी ने किसान विरोधी विधेयक का विरोध करते हुए इसे वापस लेने और राज्य में लागू नहीं करने की मांग को लेकर सपा कार्यालय सुपर मार्केट में सपाइयों ने जोरदार प्रदर्शन किया है। इस दौरान राष्ट्रपति को डीएम के माध्यम से 10 सूत्रीय ज्ञापन दिया गया। सुबह से ही पुलिस ने भारी दबाव बनाकर कार्यकर्ताओं को धरना स्थल पर आने से रोक रही थी, पुलिस के विरोध के बावजूद धरना स्थल पर लगभग एक हजार लोग पहुँचे। विशाल किसान धरने की अध्यक्षता सपा जिलाध्यक्ष इं. वीरेन्द्र यादव ने की एवं धरने का संचालन जिला महासचिव अरशद खान ने किया।
धरने को सम्बोधित करते हुए सपा जिलाध्यक्ष इं. वीरेन्द्र यादव ने कहा कि किसानों की उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य और मण्डी समितियों के अस्तित्व को लेकर सरकार और किसान संगठनों के बीच मतभेद है इसलिए किसान सरकार से तीनों कृषि कानून वापस लेने की मांग कर रहे हैं आखिर किसानों की मांग को सरकार क्यांे नहीं मान रही है, एैसे काले कानून को सरकार तुरन्त वापस करे। सरकार पार्टी के कार्यकर्ताआं का पुलिस द्वारा उत्पीड़न बन्द करे, जनहित में लोकतांत्रिक रूप से अपनी बात कहने पर पुलिस द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ अमर्यादित व्यवहार बन्द करे। साथ ही स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू किया जाये।
पूर्व मंत्री एवं ऊँचाहार विधायक डा. मनोज कुमार पाण्डेय ने कहा कि आज केन्द्र व प्रदेश सरकार किसानों को आतंकवादी व नक्सलवादी बता रही है, भाजपा का रवैया किसानों से अमानवीय व संवेदनहीन है। सरकार समझ ले कि उसे एक न एक दिन किसानांे के आगे झुकना पड़ेगा। पूर्व विधायक बछरावा रामलाल अकेला एवं पूर्व विधायक सलोन श्रीमती आशा किशोर ने कहा कि किसान के दो बेटे होते हैं एक कन्धे पर बन्दूक रखता है और दूसरा हल रखता है, एक हम सभी का पेट भरता तो दूसरा हमारी सुरक्षा करता है, इसलिए सरकार को सदैव किसानों के हितों को ध्यान में रखकर कानून बनाना होगा। जिला पंचायत सदस्य चन्द्रराज पटेल ने कहा कि हमारा समर्थन किसानों के साथ है। पूर्व विधायक श्याम सुन्दर भारती एवं पूर्व विधायक सुरेन्द्र विक्रम सिंह ने कहा कि आज देश का किसान काले कृषि कानून को वापस लेने के लिए आन्दोलन कर रहा है। समाजवादी पार्टी सदैव किसानों के हितों की बात करती है, हम सब किसानों की मांग का समर्थन करते हैं।
इस मौके पर वरिष्ठ अधिवक्ता डीपी पाल, ओपी यादव, मो. इलियास, रवीन्द्र नाथ पाण्डेय, श्रवण चैधरी, मुकेश रस्तोगी, रामसेवक वर्मा, राजेश मौर्य, जे.पी. यादव, विनोद यादव, राहुल निर्मल, आई. जावेद, सुरेश पटेल, मो. शमशाद, शीला सिंह, शशि यादव, बबलू लोधी, पारूल बाजपेयी, रंजीत यादव, विनय यादव, हरिशंकर फौजी, राकेश त्रिवेदी, सुशील मौर्या, सतीश मिश्रा, नईम सरवर, उजैर अली, मो. हलीम, जयसिंह यादव, रवीन्द्र यादव, अरविन्द चैधरी, जागेश्वर यादव, कृपाशंकर यादव, शकील मंसूरी, अरशद खान, सलीम खान, अजय गोरा बाजार, जय कोहली, शिवबरन यादव, रामकृष्ण पुजारी, बिन्देश्वरी पासी, छोटेलाल यादव, सन्तराम पासी, रामनेवाज यादव, इरफान सिद्दीकी, रवीन्द्र यादव, अखिलेश माही, धर्मेन्द्र वर्मा, राम प्रसाद रामे यादव, राजेन्द्र सोनकर, अखिलेश बेलहनी, हरीश चैरसिया, हंसराज मसीहा, अभिकल यादव, वसीम, प्रान्तीय नेता राजेश चन्द्रा, हेमन्त कुशवाहा, बबलू यादव, मो. साहिल, शकील मंसूरी, आफताब आलम, अजमेरी, इरफान चिग्घू आदि सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-दुर्गेश मिश्रा